अहमदाबाद 18 दिसंबर। गुजरात की अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने ख्याति मल्टी स्पेशियालिटी हॉस्पिटल में चल रही जांच में बड़ा खुलासा किया है. गुजरात में आयुष्मान कार्ड सरकारी पोर्टल की तकनीकी खामी का फायदा उठाकर SOURCE Code से छेड़छाड़ कर हजारों कार्ड बनाए गए हैं. गुजरात पुलिस को संदेह है कि यह देशव्यापी घोटाला है. इस मामले का वोन्टेड राशिद बिहार का है. नियमों के मुताबिक 2 से 3 दिन में बनने वाला आयुष्यमान कार्ड गुजरात के गिरोह द्वारा महज 15 मिनट में बनाया जाता था. साथ ही आधार प्रूफ से छेड़छाड़ कर भी ये गिरोह एक आयुष्मान कार्ड कार्ड के लिए 1500 से 2000 रुपये तक का चार्ज करते थे. यह तो सिर्फ एक घोटाला है जो पकड़ा गया है लेकिन इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर सरकारी वेबसाइट की खराबी के कारण देश भर के अस्पतालों में इसी तरह के घोटाले चल रहे हों.
जांच में पता चला है कि आयुष्मान कार्ड बनाने का एक अलग ही रैकेट चल रहा था, अहमदाबाद पुलिस के अधिकारी शरद सिंघल के अनुसार मेहुल पटेल ख्याति हॉस्पिटल में कार्ड पोर्टल संभालता था। उसने बताया है कि जिस मरीज के पास कार्ड नहीं होता था, उसको चिराग राजपूत और कार्तिक पटेल 1500 रुपये में कार्ड बनाकर भेजते थे। इसके बाद उस कार्ड पर सर्जरी को क्लेम किया जाता था। इस पूरे काम में सबसे अहम भूमिका निमेष की होती थी, क्योंकि चिराग और कार्तिक निमेष के सहयोग से फर्जी कार्ड बनाते थे। निमेष पोर्टल के डाटा में छेड़छाड़ करता था। सिंघल के अनुसार इन आरोपियों ने कुछ मिनटों में कई मरीजों के कार्ड बनाकर दिए। निमेष डोडिया आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल चलाता था और व्हाट्सएप, टेलीग्राम में ग्रुप बनाकर अलग अलग कार्ड बनाने की एडवर्टिजमेंट करता था. इसी काम में उसका सहयोग असफाक, फैसल, इमरान, इम्तियाज और नरेंद्र भी करते थे.
पुलिस की मानें तो जो लोग आयुष्मान कार्ड के दायरे में नहीं आते थे। उनका भी कार्ड बनाने का खुलासा हुआ है। ये आधार कार्ड के डेटा के आधार पर यह लोग फर्जी कार्ड बनाते थे। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि अब तक वे करीब 3000 से अधिक कार्ड बना चुके हैं।
पुलिस के अनुसार इस मामले का मुख्य आरोपी चिराग राजपूत है, जोकि पहले से ही क्राइम ब्रांच की रिमांड पर है। जबकि अन्य आरोपी अभी फरार है। अभी तक कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस यह मानकर चल रही है कि आयुष्मान का फर्जीवाड़ा राष्ट्रीय स्तर पर है और इसमें और भी गिरफ्तारियां हो सकती है।