लखनऊ 24 फरवरी। यूपी में आज से फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है. इसका असर उत्तर प्रदेश के मौसम पर पड़ने की संभावना है. उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाकों में 27 फरवरी को तथा 28 व 1 मार्च को पूर्वी तथा पश्चिमी दोनों क्षेत्रों में गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना मौसम विज्ञान विभाग ने जारी की है. आने वाले तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा. सुबह-शाम के समय हल्की धुंध छाई रहेगी. आइसोलेटेड स्थान पर कोहरा छाए रहने की संभावना है.
IMD के मुताबिक सोमवार को यूपी में मौसम शुष्क रहेगा. इस दौरान पूर्वी और पश्चिमी यूपी के अलग-अलग जिलों में कहीं-कहीं सुबह या देर रात के समय हल्का या छिछला कोहरा नजर आ सकता है. वहीं, 25 और 26 फरवरी को भी मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है. इसके बाद 27 फरवरी से यूपी के पश्चिमी और पूर्वी हिस्से के जिलों में बारिश होगी. बारिश का यह दौर मार्च के शुरुआती दिनों में भी दिखाई देगा.
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया की फरवरी महीने की विदाई बारिश से होगी. ताजा अपडेट के मुताबिक 24 फरवरी की रात को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर और पश्चिम भारत को प्रभावित करेगा. जिसके कारण यूपी में बादलों की आवाजाही दिखेगी. बता दें कि यूपी के अलग-अलग जिलों में आने वाले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में थोड़ा उछाल आ सकता है. वहीं, न्यूनतम तापमान में 5 दिनों में कोई बदलाव के आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सोमवार को प्रयागराज में सुबह-शाम के समय हल्की धुंध छाई रह सकती है. दिन में आसमान साफ रहेगा, तेज धूप खिलेगी. अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम 14 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रयागराज में 28 फरवरी को बादल छाए रह सकते हैं.
वहीं सोमवार को लखनऊ में सुबह-शाम के समय हल्की धुंध छाई रह सकती है. दिन में आसमान साफ रहेगा, तेज धूप खिलेगी. अधिकतम तापमान 28 व न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि आने वाले तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा. आज से सक्रिय हो रहे पश्चिमी विच्छोभ का असर उत्तर प्रदेश के मौसम पर पड़ने की संभावना है, जिसकी वजह से 27, 28 व 1 मार्च को प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होगी.
बता दें कि बूंदाबांदी के बाद से मौसम का मिजाज गर्म होने लगा है। मौसम विभाग की ओर से आगामी दिनों में तापमान बढ़ने का पूर्वानुमान दिया गया है। जिससे विलंब से बोआई की जाने वाली प्रजातियों की गेहूं फसल प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।