asd जिस पत्नी को ‘मजदूरी’ कर पढ़ाया, लेखपाल बनते ही उसने पति को ठुकराया

जिस पत्नी को ‘मजदूरी’ कर पढ़ाया, लेखपाल बनते ही उसने पति को ठुकराया

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झांसी 11 जुलाई। झांसी में एक नया मामला सामने आया है. यहां एक युवती ने कुछ समय पहले एक कारपेंटर से लव मैरेज की थी.दोनों में प्यार ऐसा था कि वो एक दूसरे को देखे बिना रह भी नहीं पाते थे. पति के वियोग से बचने के लिए युवती कभी मायके तक नहीं गई. हालांकि ससुराल में रहकर वह कंपिटीशन की तैयारी करती रही. इसी बीच उसका लेखपाल की परीक्षा में सिलेक्शन हो गया.

अब युवती ने कारपेंटर पति को साफ बोल दिया है कि तेरा मेरा कोई मेल नहीं. तुम कोई और देख लो. फिलहाल मामला पुलिस के पास पहुंच गया है. पुलिस दोनों के बीच समझौता कराने का प्रयास कर रही है. पीड़ित पति नीरज विश्वकर्मा ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि करीब पांच साल पहले उसके एक दोस्त के जरिए ऋचा से मुलाकात हुई थी. दोनों के बीच पहली नजर में प्यार हो गया. कुछ दिन तक तो दोनों फोन पर और मिलकर प्यार भरी बातें करते रहे, लेकिन दोनों को एक दूसरे से अलग होना पसंद नहीं था.

फरवरी 2022 में की थी कोर्ट मैरेज
इसलिए 6 फरवरी 2022 को दोनों ने कोर्ट में हाजिर होकर शादी कर लिया. नीरज ने बताया कि वह तो बढ़ई का काम करता था, लेकिन ऋचा के सपने ऊंचे थे और पढ़ लिखकर कुछ बनना चाहती थी. उसने भी ऋचा का हौंसला बढ़ाया और खुद कष्ट सहते हुए उसे आगे की पढ़ाई कराई. कोचिंग की फीस भरी. इसी बीच लेखपाल भर्ती के लिए फार्म निकला तो वह खुद बाजार से फार्म भी खरीद कर लाया. उसने इस परीक्षा की तैयारी के लिए ऋचा को घरेलू कार्य से मुक्त कर दिया.

यहां तक कि उसके लिए खाना भी वह खुद बनाता था. पिछले साल इस परीक्षा का रिजल्ट आया. इसमें जब ऋचा का चयन हो गया तो उसका पूरा घर खुशियों से भर पड़ा. लेकिन यह खुशियां दो चार दिनों से ज्यादा नहीं टिक पायीं. रिजल्ट देखने के बाद ही उसकी पत्नी ऋचा के तेवर भी बदलने लगे. करीब 6 महीने पहले एक दिन उसकी पत्नी घर से कॉलेज जाने की बात कह कर निकली और फिर वापस नहीं लौटी. इसके बाद उसने हर संभावित स्थान पर उसकी तलाश कराई. वह उसकी तलाश में ससुराल तक पहुंचा लेकिन सास-ससुर ने उसके वहां नहीं होने का कहकर उसे वापस भेज दिया। इसके बाद उसने थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने ऋचा को कुछ ही घंटों में ढूंढ लिया। पुलिस ने ऋचा के थाने में होने की सूचना नीरज को दी तो वह भागता हुआ थाने पहुंचा। इसके बाद ऋचा ने जो कहा उसे सुनकर उसके पांवों तले जमीन खिसक गई। ऋचा ने कहा कि वह लेखपाल बन गई है। जबकि पति कारपेंटर का काम करता है। ऐसे में दोनों का कोई मेल नहीं है।

नीरज ने बताया कि लेखपाल बनने के बाद पत्नी ने उससे बातचीत बंद कर दी। बुधवार को जब उसे जानकारी हुई कि ऋचा लेखपाल का प्रमाण पत्र लेने कलेक्टर सभागार पहुंची है तो वह भी उसकी तलाश में सभागार पहुंचा लेकिन वह मुख्य गेट बीवी का इंतजार करता रह गया क्योंकि उसकी पत्नी ऋचा पहले ही बैकडोर से जा चुकी थी।

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