गाजियाबाद 27 फरवरी। दावा किया जा रहा है कि मुरादनगर थाना क्षेत्र के नेकपुर गांव का तेजबीर जिसकी हत्या के आरोप में ढाई साल पहले चार लोगों को जेल भेजा गया था, वह पाकिस्तान के लाहौर की सेंट्रल जेल में बंद है।
हत्या के आरोपी लोगों को आरटीआई के जरिए यह जानकारी मिली। पता चला कि तेजबीर पाकिस्तान की सेंट्रल जेल में बंद है। इस मामले में 21 जनवरी 2025 को दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय के विदेश मामलात प्रभाग ने प्रदेश के अपर गृह सचिव को पत्र भेजा है। यह पता नहीं चल सका कि तेजबीर पाकिस्तान कैसे पहुंचा।
गाजियाबाद के मुरादनगर थाना क्षेत्र के डिडौली गांव के जंगल में नाले के पास खेत में 12 अगस्त 2022 को 25 वर्षीय युवक का शव मिला था। शव की शिनाख्त न होने पर पुलिस ने लावारिस मानकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।
मुरादनगर क्षेत्र के नेकपुर गांव के तेजपाल ने कपड़ों के आधार पर युवक की पहचान अपने बेटे तेजबीर उर्फ जॉनी के रूप में की थी।
उन्होंने डेयरी संचालक गौरव त्यागी, बिट्टू उर्फ प्रदीप निवासी गांव चमरावल, सतीश उर्फ लीलू व सतेंद्र उर्फ पप्पू निवासी गांव नेकपुर पर तेजबीर की हत्या का आरोप लगाते हुए मुरादनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। मामले की जांच बागपत के चांदीनगर थाने को सौंपी गई थी। पुलिस ने तेजबीर व उसके पिता व भाई के डीएनए सैंपल गाजियाबाद स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजे थे। लैब रिपोर्ट में सैंपल का मिलान नहीं हुआ।
दो साल बाद आरोपी जमानत पर जेल से रिहा हुआ था। आरोपी डेयरी संचालक गौरव ने दैनिक जागरण को बताया कि तेजबीर के घर खुफिया विभाग की टीम आई थी। इसके बाद उसे पता चला कि तेजबीर पाकिस्तान की जेल में है।
उसने इस संबंध में आरटीआइ मांगी। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने पुष्टि की कि इस नाम का युवक लाहौर जेल में है। उसने इस संबंध में पुलिस से दोबारा जांच की मांग की, लेकिन पुलिस ने उसकी एक नहीं सुनी।
इस संबंध में तेजबीर के पिता तेजपाल का कहना है कि अगर उसका बेटा जिंदा है तो उसे वापस लाया जाए। पाकिस्तान की जेल में बंद कैदियों और उनका डीएनए टेस्ट कराया जाए। पहले जो डीएनए कराया गया था, वह भी मिलीभगत से कराया गया था। पुलिस अलग-अलग जगहों से उसके पास आती है और उसे परेशान किया जा रहा है।