हिमाचल के मंडी लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद कंगना रणौत के साथ चंडीगढ़ हवाई अडडे पर जो हुआ वो क्यों हुआ इसकी जांच विस्तार के साथ होनी चाहिए और जो भी दोषी है उसका पता किया जाना चाहिए कि उसने ऐसा क्यों किया। भले ही इस प्रकरण के बाद अभी पूरी फिल्म इंडस्ट्री रवीना टंडन और विवेक अग्निहोत्री के अलावा कंगना के समर्थन में खुलकर सामने नहीं आई है और ना ही राजनीतिक नेताओं के कोई बयान आए है। मगर मामला दुनिया की आधी आबादी मातृशक्ति से संबंध है और आरोपी कुलविंदर भी महिला हैं। उन्हंे गुस्सा क्यों आया और उन्हांेने ऐसा क्यों किया यह तो वो ही बता सकती हैं मगर इस मामले में खुलकर भाकियू के नेता राकेश टिकैत जिस प्रकार आए हैं और भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत के पुत्र गौरव टिकैत ने फेसबुक पर कुलविंदर के समर्थन में गर्व लिखकर कोट किया है उससे यही लगता है कि भाकियू कुलविंदर के साथ खड़ी है। इस बारे में राकेश टिकैत का यह कहना महत्वूपूर्ण है कि कुछ माह पूर्व जो 13 महीने तक किसान आंदोलन हुआ था उसमें किसानों को खालिस्तानी समर्थक कहा गया। कुछ लोगों ने यह भी कहा था कि सौ सौ रूपये लेकर किसान धरने पर बैठे है। कुलविंदर का गुस्सा उस बात को लेकर भी हो सकता है क्योंकि वह एक किसान परिवार से आती है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि कंगना रणौत से कई मामलों में लोग उनके कथन को लेकर भी विरोधी हो जाते हैं। जो भी हो मेरा मानना है कि मामला मातृशक्ति का है और नाजुक भी इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए भले ही कोई कंगना के समर्थन में तो कोई कुलविंदन के पक्ष में बोल रहे हो लेकिन आम आदमी को सही बात पता चल सके इसके लिए इस प्रकरण की जांच किसी निष्पक्ष व्यक्ति से कराई जाए जो कंगना और कुलविंदर दोनों से बातचीत कर स्थिति स्पष्ट कर सके। यह जरूर है कि अगर कुलविंदर सीआईएसएफ कांस्टेबिल दोषी है तो उसे सजा मिलनी चाहिए। लेकिन नौकरी ना ली जाए और इससे पहले ऐसे प्रकरणों में क्या होता रहा है उसका भी ध्यान रखकर कार्रवाई की जाए। यह ना हो कि कोई बड़ा है तो उसके प्रभाव में आकर दूसरे को प्रताड़ित किया जाए और यहां तो जैसा दिखाई दे रहा है भाकियू कुलविंदर के समर्थन में खुलकर सामने आ गई है। राकेश टिकैत कह रहे हैं कि पूरा पंजाब कुलविंदर के साथ खड़़ा है। मामला बढ़़ता है तो फिल्म इंडस्ट्री भी सामने आएगी और यह बड़ा मुददा बन सकता है इसलिए इस मामले में जो जिम्मेदार व्यक्ति है उसे कार्रवाई करनी चाहिए। क्योंकि कंगना रणौत अब सांसद हो गई है इसलिए यह मामला तूल पकड़े उससे पहले ही उसका समाधान हो।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
कंगना रणौत और कुलविंदर कौर प्रकरण राजनीतिक रूप ना ले इससे पहले ही हो इसका समाधान
0
Share.