मथुरा 03 फरवरी। वसंत पंचमी से ब्रज में 40 दिवसीय होली के आयोजन शुरू हो गए। ठाकुरजी ने वसंती वस्त्र धारण कर दर्शन दिए। श्रीकृष्ण जन्मस्थान, द्वारकाधीश मंदिर में दर्शन को श्रद्धालु उमड़ते रहे। मंदिर और चौराहों पर होली का डांढ़ा गाड़ा गया। वसंत पंचमी का उल्लास हर ओर छाया रहा।
आज सुबह मंदिर खुलने से पहले ही हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचने लगे। तो पुलिस ने व्यवस्था संभालने में लिए कमान संभाल ली। श्रद्धालुओं को विद्यापीठ, जुगलघाट से रेलिंग में कतारबद्ध तरीके से प्रवेश मिला। बेरिकेडिंग पर रोक-रोक कर भक्तों को आगे बढ़ाया जा रहा था।
श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर श्रीकेशवदेवजी महाराज ने दिव्य वसंती वस्त्र धारणकर भक्ताें को दर्शन दिए। मंदिर के गर्भ गृह व जगमोहन को वसंती भवन के स्वरूप में सजाया गया। वसंती वस्त्र, पुष्प, प्रकाश के संयोजन से बनाए वसंती भवन में विराजमान ठाकुर श्रीकेशवदेवजी के मंदिर की छठा अद्भुत थी। ठाकुरजी के मनोहारी दर्शन से श्रद्धालु अभिभूत थे।
देश-विदेश से आए श्रद्धालु आनंदित थे। श्रद्धालुओं को पीले बेर, केसरिया चावल, रेबड़ी प्रसाद का वितरण किया गया। ठाकुरजी को वसंती गुलाल धारण कराया गया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान की होली का शुभारंभ हो गया। मंदिर ठाकुर द्वारकाधीश में ठाकुरजी के समक्ष अबीर गुलाल धराया गया। मंदिर मुखिया सुधीर कुमार द्वारा प्रसादी दी गई। ठाकुर को गर्म वस्तुओं का भोग धरना बंद हो जाता है और कर्म पोशाक भी उतरना शुरू हो जाते हैं।
ठाकुरजी को पीले वस्त्र धारण कराए गए। 12 फरवरी को पूर्णिमा के दिन होली का डांढ़ा गाड़ा जाएगा। पड़वा के दिन से रसिया गायन सुबह 10 बजे से सुबह 11 बजे तक होगा। मीडिया प्रभारी एड. राकेश ने बताया कि सोमवार से ठाकुरजी को गर्म वस्तुओं का भोग नहीं लगेगा। गर्म वस्त्र भी धारण नहीं कराए जाएंगे। प्राचीन मंदिर ठाकुर श्री केशव देवजी में वसंत पाटोत्सव के अंतिम दिन ठाकुरजी को छप्पन भोग धाराया गया।
सेवायत शंकर लाल गोस्वामी, मुन्नीलाल गोस्वामी ने ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया। भगवान का शृंगार किया गया। ठाकुरजी को जगमोहन में रजत सिंहासन पर विराजमान किया गया। फूल बंगला सजाया। छप्पन भोग लगाए गए। मंदिर प्रांगण को पीली लाइटों से सजाया गया।
बताया गया कि ब्रज में फाग महोत्सव 40 दिनों तक चलेगा. इस दौरान ब्रज में जगह-जगह होली खेली जाएगी. लठामार होली की प्रथम चौपाई महाशिवरात्रि 26 फरवरी व द्वितीय चौपाई लड्डू होली के दिन सात मार्च को लाडलीजी मंदिर से लेकर रंगेश्वर महादेव तक निकाली जाएगी.