बागपत 28 जनवरी। आपने जमीन-जायदाद, बाग-बगीचे, धन-संपत्ति के बंटवारे के बारे में तो सुना होगा. लेकिन, क्या कभी पति के बंटवारे के बारे में सुना है? नहीं सुना होगा. दरअसल ये मामला ही ऐसा है कि जिसने भी सुना चौंक गया. बागपत की कोतवाली में एक पारिवारिक विवाद के मामले में अनोखा समझौता हुआ. एक डॉक्टर की दो पत्नियों के बीच विवाद था. पारिवारिक कलह से निजात पाने के लिए थाने में तय हुआ कि डॉक्टर पति सप्ताह में तीन-तीन दिन दोनों पत्नियों के साथ बिताएगा और एक दिन मां के साथ. इतना ही नहीं समझौते में ये भी तय हुआ कि दोनों पत्नियां एक दूसरे के खिलाफ सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं डालेंगी.
दरअसल सोमवार की सुबह डॉक्टर की दूसरी पत्नी उनकी शिकायत करने बागपत कोतवाली पहुंच गईं. उन्होंने पुलिस से शिकायत करते हुए कहा कि वह सात महीने की प्रेग्नेंट हैं, लेकिन उनके पति उनका ख्याल नहीं रखते और ज्यादातर वक्त पहली पत्नी के साथ बिताते हैं. इसके बाद पुलिस ने डॉक्टर और उनकी पहली पत्नी को भी थाने बुला लिया.
डॉक्टर अपनी पहली पत्नी के साथ पहुंचा, जहां दोनों पत्नियां में बहस शुरू हो गई और जमकर झगड़ा हुआ. पत्नियों के झगड़े से तंग आकर पुलिस ने पति को जेल में डालने की चेतावनी दी, तब जाकर महिलाएं शांत हुईं. इसके बाद दोनों पत्नियों का मसला हल करने के लिए एक समझौता किया गया. खुद पत्नियों ने कहा कि वह तीन-तीन दिन अपने पति के पास रहेंगी.
दूसरी पत्नी ने लिखकर दिया कि वह तीन-तीन दिन साथ रहने की बात पर राजी हैं, जिसमें लिखा गया कि पति सोमवार, मंगलवार और बुधवार को अपनी पहली पत्नी के साथ रहेगा. वहीं दूसरी पत्नी के साथ पति गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को रहेगा. बाकी बचे एक दिन पति अपनी बूढ़ी मां के साथ रहेगा. स्वेच्छा से दोनों पत्नियों ने इस बात को स्वीकार किया कि जिन तीन दिन पति उनके साथ होगा. उस दिन वह पत्नी अपने पति न कोई कॉल करेगी, न कोई मैसेज करेगी.
इसके अलावा दोनों पत्नियां सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के लिए भी कुछ गलत पोस्ट नहीं करेंगी. एक-दूसरे के बच्चों के साथ भी वह फोटो पोस्ट नहीं करेंगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक डॉक्टर के 8 बच्चे हैं. इनमें पहली पत्नी के 7 बच्चे हैं, जिससे डॉक्टर की 15 साल पहले शादी हुई थी. वहीं दूसरी पत्नी से उनकी एक बेटी है और दूसरी पत्नी दूसरी बार 7 महीने की प्रेग्नेंट है. अब दोनों पत्नियों ने पति का बंटवारा कर लिया है.