Date: 22/12/2024, Time:

राज्यपाल ने कहा बेटियों को खुद लड़ना होगा, कैंडल मार्च से कुछ नहीं होता

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सहारनपुर स्थित मां शाकुंभरी देवी विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए प्रदेश की महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी ने अपने संबोधन में कहा कि यदि आपके साथ कोई छेड़छाड़ करता है तो उसे अपने माता पिता या पुलिस को बताएं। किसी के भरोसे ना रहे। अब कैंडल मार्च से कुछ नहीं होता। आपको खुद ही लड़ना होगा। उन्होंने कोलकाता की डॉक्टर के साथ हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि विवि में पदक पाने वालों में 81 फीसदी छात्राएं हैं जो परिवर्तन का परिणााम है। उन्होंने कहा कि फिर भी प्रोफेसर इंजीनियर अधिकारी महिला डॉक्टरों को घर में सम्मान नहीं मिलता। जब मैं 2001 में गुजरात की शिक्षा मंत्री बनी तो सात फीसदी महिलाएं शिक्षित थी। इसकी एक वजह आर्थिक तंगी भी हो सकती है। उन्होंने मेडिकल में छात्राओं की पढ़ाई फ्री कर दी जिससे शिक्षित महिलाओं का ग्राफ बढ़ने लगा। उन्होंने कहा कि जितना बेटियों को आगे बढ़ने से रोका जाएगा वह उतनी ही मजबूती से सामने आएंगी। सेठ गंगा प्रसाद माहेश्वरी सभागार में आयोजित समारोह में बेटियों को आगे लाने और उनका उत्साह बढ़ाने और अभिभावकों को इसके लिए आगे आने का संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि यह बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओ अभियान का ही परिणाम है कि गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में 81 फीसदी बेटियां है। हमेशा ही छात्र छात्राआंे को अपने संबोधनों से आगे बढ़ने और सभी परिस्थिति में हर रूकावट को पार कर कामयाब होने का संदेश देने वाली महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी द्वारा गुजरात की शिक्षामंत्री के रूप में जो अभियान और प्रयास शुरू हुआ वो अब चरम पर है। शायद यही कारण है कि बेटियां बेटों से ज्यादा स्वर्ण पदक शिक्षा में प्राप्त कर रही है। कुछ भी हो यह बात विश्वास से कही जा सकती है कि महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी के प्रयासों से बेटियां पढ़ेंगी तो आगे बढेगी और अब बेटियां बचाओ का नारा साकार होने लगा है।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)

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