asd बुजुर्गों के इलाज का खर्च उठाएगी सरकार, CM सीएम योगी ने की ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ योजना की शुरुआत

बुजुर्गों के इलाज का खर्च उठाएगी सरकार, CM सीएम योगी ने की ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ योजना की शुरुआत

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गोरखपुर 10 दिसंबर। 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को ‘आयुष्मान वय वंदना कार्ड’ योजना के माध्यम से 5 लाख की स्वास्थ्य सुविधा दिए जाने के अभियान की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर के दिग्विजय नाथ पार्क से किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि बुजुर्गों ने इस देश और समाज को संभाला है. अब इन्हें संभालने की जिम्मेदारी हमारी है. सरकार इसमें कदम बढ़ा रही है. अब परिवार के लोगों और बच्चों को चाहिए की माता-पिता का ऐसा स्वास्थ्य कार्ड बनवाकर पुण्य लाभ कमाएं. सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा शुरू की गई यह योजना न सिर्फ बुजुर्गों के स्वास्थ्य को बेहतर बनायेगी बल्कि हर उस जरूरतमंद के लिये लाभकारी होगी, जो गरीब या अमीर हैं.

इस दौरान योगी ने मंच से कार्यक्रम में मौजूद कुछ लाभार्थियों से बातचीत भी की. लाभार्थियों ने भी अपना दुखड़ा सीएम योगी को सुनाया. कुछ तो ऐसे थे जो परिवार के द्वारा तिरस्कृत होकर वृद्धा आश्रम में रह रहे थे. वह लाभ पाकर अपने दुख के दूर होने की खुशी में रो पड़े. सीएम योगी ने 19 लाभार्थियों को अपने हाथों से वय वंदना कार्ड प्रदान किए और उनसे बातचीत कर उनका कुशलक्षेम जाना.
इस दौरान उपस्थित समूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सशक्त भारत के निर्माण के लिए स्वस्थ भारत का होना जरूरी है. स्वस्थ भारत के लिए हर नागरिक की आरोग्यता के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में केंद्र और प्रदेश की सरकार हर एक स्तर पर पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है. जिसमें आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना, आयुष्मान वय वंदना योजना हो या फिर मुख्यमंत्री राहत कोष से जरूरतमंदों को भरपूर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराकर सशक्त भारत के निर्माण की दिशा में बढ़ाए गए कदम हैं.

सीएम ने कहा कि 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने यूपी के हर जिले में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले आजादी के बाद 70 सालों में प्रदेश में सिर्फ 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज थे जबकि आज डबल इंजन की सरकार ने प्रदेश के 75 में से 65 जिलों में एक-एक मेडिकल कॉलेज की सौगात दे दी है। अकेले इस वर्ष 16 मेडिकल कॉलेज प्रारंभ किए गए। इनमें से 13 सरकारी और 3 पीपीपी मोड पर संचालित होंगे। इसके अतिरिक्त दो नए प्राइवेट मेडिकल कॉलेज भी शुरू हुए हैं।

पूर्वी उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में आए बदलाव की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 के पहले गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष इंसेफेलाइटिस से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत होती थी। 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार ने प्रभावी नियंत्रण के साथ बीमारी को समाप्त कर दिया है। 2017 के पहले जहां पूर्वी उत्तर प्रदेश में अकेला गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज था, वह भी खुद बीमार रहा करता था। जबकि आज डबल इंजन की सरकार में गोरखपुर में एम्स खुल चुका है, बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी की सेवा शुरू हो चुकी है। पहले देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, बलरामपुर, गोंडा और बहराइच में मेडिकल कॉलेज नहीं थे, वहीं आज इन जिलों में भी मेडिकल कॉलेज बन गए हैं या बन रहे हैं।

सीएम योगी ने कहा कि सरकार हर जिले में सरकारी अस्पतालों में आईसीयू, डायलिसिस, सीटी स्कैन, कलर डॉपलर, एमआरआई, ब्लड बैंक, ब्लड कंपोनेंट यूनिट जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कर रही है और इसका लाभ बड़े पैमानों पर नागरिक ले रहे हैं। इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण पाने के साथ ही सरकार ने कोरोना के संकट काल में प्रदेश के 25 करोड़ नागरिकों को बचाने के लिए सफल प्रयास किया। इंसेफेलाइटिस से मुक्ति दिलाने के बाद कोरोना को भी समाप्त किया गया। यह सुदृढ़ हुई स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते ही संभव हुआ।

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