देहरादून 03 फरवरी। उत्तराखंड के पवित्र धामों की यात्रा के लिए श्रद्धालु बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस साल चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर होगी. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट इसी दिन विधिवत रूप से खुल जाएंगे, जिससे यात्रा का आधिकारिक आगाज होगा. वहीं बद्रीनाथ धाम जाने वाले भक्तों के लिए बड़ी खबर आ चुकी है. इस बार बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को सुबह 6 बजे खुलेंगे.
बसंत पंचमी के पावन पर्व पर टिहरी के नरेंद्र नगर राजदरबार में पारंपरिक विधि-विधान के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की गई. नरेंद्र नगर के राजमहल में महाराजा मनु जयेंद्र शाह की जन्म कुंडली व ग्रह नक्षत्रों की गणना के आधार पर राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल ने ये तिथियां निकालीं, जिसकी घोषणा महाराजा मनु जयेंद्र शाह द्वारा की गई. इस समारोह में बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित, डिमरी समाज और अन्य धार्मिक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. पंचांग गणना और धार्मिक अनुष्ठानों के बाद यह फैसला लिया गया.
कपाट खुलने से पहले 22 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के लिए गाड़ू घड़ा तेल कलश यात्रा निकलेगी. यह यात्रा परंपरागत रूप से तिलों के तेल को मंदिर में अर्पित करने की प्रक्रिया का हिस्सा है. बद्रीनाथ धाम में वर्षों से चली आ रही इस अनोखी परंपरा को श्रद्धालु बेहद महत्वपूर्ण मानते हैं. चारधाम में केदारनाथ धाम की अहमियत भी कम नहीं है. इस धाम के कपाट खुलने की तिथि 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दिन ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग गणना के बाद तय की जाएगी.
गौरतलब है कि पिछले साल बद्रीनाथ धाम के कपाट 17 नवंबर को रात 9:07 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे.