प्रयागराज 04 नवंबर। महाकुंभ 2025 की शुरुआत भव्य शुरूआत सबसे बड़े जूना अखाड़े के नगर प्रवेश के साथ हो गई है. गाजेबाजे और घोड़े हाथी के साथ नगर प्रवेश किया गया. इस दौरान अखाड़े से जुड़े देश-विदेश से आए साधु संत शामिल हुए. पूरे विधि विधान से पूजन अर्चना के बाद ये नगर भ्रमण यात्रा निकली. किन्नर अखाड़ा भी शामिल हुआ.
जूना अखाड़े के एक हजार से अधिक संत, संन्यासी और महंत, रमता पंच और मढ़ियों के प्रमुख शाही अंदाज में कुंभ के लिए प्रस्थान किया. इनके साथ घोड़ा, हाथी, ऊंट, बग्घी और रथ के साथ साथ गाजे बाजे के साथ शामिल हुए. इसी दिन देश विदेश से आए संत भी प्रयागराज में नगर प्रवेश किया. श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि, कुंभ महापर्व तीन नवंबर से फरवरी तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लाखों संत और करोडों भक्त भाग लेंगे.
महाकुंभ के दौरान किसी प्रकार का कोई विघ्न ना आए और किसी को कोई परेशानी ना हो, इसके लिए रविवार को ही श्री पंच दशनाम जूना अखाडे़ की ओर से शनिदेव, यमुना और धर्मराज का पूजन किया गया. नगर प्रवेश यात्रा रामापुर से शुरू होकर श्री मौजगिरिश्री पंच दशनाम अखाडे़ तक पहुची. जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि के निर्देशन में नगर प्रवेश यात्रा में रमता पंच, श्री पंच, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा, जूना अखाड़ा, अखाड़ा परिषद सहित कई अखाड़ों के संत शामिल हुए.
जूना अखाड़े में शामिल किन्नर अखड़ा भी अपने संतों के साथ शामिल हुआ. इस दौरान पूरी विधि विधान से पूजा अर्चना की जूना अखाड़े के संरक्षक हरि गिरि ने किन्नर और उनके महामंडलेश्व का स्वागत किया.
संतों का जगह-जगह लोगों ने स्वागत सत्कार किया, जहां से यात्रा निकलती लोग हाथ जोड़कर दर्शन पाते और संतों पर फूलों की वर्षा करते रहे। इलाहाबाद डिग्री कालेज के पास महापौर गणेश केसरवानी ने संतों की आरती की और नगर में उनका स्वागत किया.
मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी, पूर्व पार्षद विजय वैश्य, मुकेश कसेरा, अभिलाश दुबे, पार्षद रुद्रसेन जायसवाल आदि मौजूद रहहे। रास्ते भर संतों ने लोगों को आशीर्वाद दिया और सभी को महाकुंभ में आने का न्यौता दिया। इस यात्रा के दौरान मेलाधिकारी डा. विवेक चतुर्वेदी और अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे.