बरसात हो या गर्मी अथवा ठंड हर मौसम का अपना एक अलग ही मजा है। लेकिन वर्तमान वर्ष 2025 में शीत लहर ने जो अपना रंग दिखाना शुरू किया है उससे कांपती है हड्डियां यह बात सही सिद्ध हो रही है। कोहरा भी खूब पड़ रहा है ठंड़ी हवाऐं भी खूब चल रही है ऐसे में जरासी सर्दी लगते ही बीमार हो जाना और ठंड़ में अच्छे अच्छे पकवान खाने को करते मन के चलते वजन और कुछ बिमारियों के बढ़ने की बात को इनकार नहीं कर सकते। डाक्टर साहब कहते है कि कोहरे में मत निकलो और यह भी फरमाते है कि रोजना दस हजार कदम जरूर चलों। अगर देखे तो उनकी दोनों ही बात बिलकुल सही है। क्योंकि ठंड से श्वास फूल रही है और बड़ी उम्र के लोगों के दिल कांप रहे है। इस बार चिकित्सकों के अनुसार एक बार बुखार होने के बाद दोबारा फिर हो रहा है और खासी जुकाम तो आम बात है। नमक आदि का सेवन कम करने की सलाह भी दी जा रही है। स्कूलों की छुट्टियां प्रशासन द्वारा 8 जनवरी तक कर दी गई है। 5 और 6 जनवरी को हो रहे है बरसात के आसार तो अभी 10 जनवरी तक ठंड से राहत के कोई आसार नजर नहीं आ रहे है। शीत लहर के प्रकोप से बचने के लिए सुबह घूमने निकले तो मंुह पर मास्क लगाये सिर पर गर्म टोपी पहने जो कान भी ढके और कपड़े इतने जरूर धारण करे जिससे ठंड असर न दिखा सके।
शीत लहर से बचने के लिए यह बरते सावधानियां
सर्दी से बचाव करने के लिए कोशिश करें कि आप बाहर कम से कम निकलें। इसलिए बिना किसी काम के बाहर न जाएं। स्मॉग की वजह से प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है, जो आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए कोशिश करें कि बिना किसी काम के बाहर न निकलें।
सर्दियों से बचाव के लिए अपनी ड्रेसिंग स्टाइल में बदलाव करें। सबसे पहली लेयर कॉटन की रखें, ताकि पसीने की वजह से कोई परेशानी न हो। इसके बाद थर्मल वेयर, स्वेटर और जैकेट आदि पहनें, ताकि बाहर का वातावरण आपके शरीर की गर्माहट को कम न कर पाए।
कान खुले रहने की वजह से आपके शरीर की गर्माहट कम होने लगती है। ठंडी हवा भी आपके कानों के जरिए, आपके शरीर में प्रवेश कर, आपको ठंड का शिकार बना सकती है। इसके साथ ही, पैरों को गर्म रखने से आपकी बॉडी का तापमान आसानी से कम नहीं होता। इसलिए अपने कानों और पैरों को ढक कर रखें। इससे आपका शरीर गर्म रहेगा और सर्दी के प्रभाव से बचने में मदद मिलेगी।
सर्दियों में अक्सर प्यास कम लगने की वजह से हम पानी कम पीते हैं, जिस वजह से डीहाइड्रेशन यानी पानी की कमी हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि खूब पानी पीएं, ताकि आप हाइड्रेटेड रह सकें। आप चाहें तो, गर्म पानी, सूप, चाय जैसे गर्म पेय पदार्थों की मदद से खुद को हाइड्रेटेड और गर्म दोनों रख सकते हैं।
शीत लहर की वजह से, आमतौर पर, फ्रास्ट बाइट होने का जोखिम रहता है। इस कारण से, आपकी त्वचा का रंग बदल सकता है और त्वचा सुन्न हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि बाहर निकलते समय अपने चेहरे को ढक कर रखें। इसके लिए आप चाहें तो मास्क का या स्कार्फ आदि का इस्तेमाल कर अपने चेहरे को ढक सकते हैं।
एक्सरसाइज करने से आपका ब्लड सर्कुलेशन बेहतर रहता है और आपकी इम्यूनिटी भी मजबूत बनती है। इसलिए कोशिश करें कि आप रोज थोड़ी देर एक्सरसाइज करें। इससे आपका मूड भी बेहतर रहेगा, जो विंटर ब्लू से बचाव में मददगार है।
ठंड़ से सुन होने वाले हाथ पैरों को गर्म रखने हेतु सक्रिय रहे सर्दी और इस मौसम में खाने का मजा लेना है तो कुछ सावधानियां बरतें मैं तो चौकस हूं आप भी सक्रिय रहे और समय समय पर सुख में सिमरन जो करे तो दुख काये को होए इस फिल्मी भजन को बोलों को आत्मसात कर समय अनुसार अपने डाक्टर से भी इस संदर्भ में सलाह मसबरा करते रहे। कोई भी दवाई चाहे वो कितने भी अच्छे परिणामों से युक्त हो बिना डाक्टर की सलाह से उपयोग न करें।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री व मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य)
शीत लहर का बढ़ता प्रकोप, गर्म कपड़े पहन मास्क लगाकर घूमे जरूर
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