वडोदरा 09 जुलाई। गुजरात के वडोदरा से एक बुरी खबर सामने आ रही है। वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला गंभीरा पुल भी नदी में ढह गया। हादसे के वक्त पुल पर कई वाहन मौजूद थे, जो पुल के साथ ही नदी में बह गए। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
पुल ढहने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जानकारी के अनुसार, पुल पर मौजूद 4-5 गाड़ियां नदी में बह गईं। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और कई लोग बुरी तरह से घायल हैं। पहले मृतकों का आंकड़ा सिर्फ 2 था, लेकिन अब यह बढ़कर 9 हो गया है।
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि पुल का निर्माण 1985 में हुआ था और समय समय पर तथा जरूरत पड़ने पर इसका रखरखाव किया जाता था. मंत्री ने कहा, ‘घटना के वास्तविक कारण की जांच की जाएगी.’ उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने तकनीकी विशेषज्ञों को घटनास्थल पर पहुंचने और हादसे के कारण की जांच का निर्देश दिया.
इस हादसे के बारे में आनंद कलेक्टर प्रवीण चौधरी का कहना है, “एक ट्रक, एक इको और कुछ बाइक नीचे गिरी हैं. वडोदरा प्रशासन और एनडीआरएफ घटनास्थल पर मौजूद हैं…पुल पर फंसे एक टैंकर को गिरने से बचाने के इंतजाम किए जा रहे हैं. वडोदरा टीम, पुलिस प्रशासन और एनडीआरएफ सभी बचाव कार्य में लगे हुए हैं. इस हादसे में 5 लोग घायल थे और कुछ देर पहले एक और घायल शख्स मिला है, जिसे इलाज के लिए भेज दिया गया है।
घटना के वीडियो में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ढहता हुआ नजर आ रहा है. पादरा के पुलिस निरीक्षक विजय चरण ने इससे पहले कहा था कि घटना सुबह करीब साढ़े सात बजे हुई तथा दो ट्रक और दो वैन समेत कुछ वाहन नदी में गिर गए. एक अधिकारी ने बताया कि वडोदरा दमकल विभाग की टीम और स्थानीय लोगों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है. करीब 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल के 23 खंभे हैं और यह गुजरात के वडोदरा और आणंद जिलों को जोड़ता है. इसका उद्घाटन 1985 में हुआ था.
पुल टूट जाने की वजह से वडोदरा और आणंद के बीच संपर्क प्रभावित हुआ है। दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतार लगी है। पुलिस ने यातायात को डायवर्ट कर दिया है। यह पुल टूटने से लोगों की आवाजाही पर बड़ा असर पड़ेगा। अब लोगों को वडोदरा से आणंद या आणंद से वडोदरा जाने के लिए 40 किलोमीटर का लंबा चक्कर लगाना पड़ेगा।