नई दिल्ली 12 जून। हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव के कारण राज्यसभा में 10 सीट खाली हो गए हैं। दरअसल, यह सदस्य लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं।
राज्यसभा सचिवालय ने मंगलवार को खाली सीटों को अधिसूचित किया है, जिनमें असम, बिहार और महाराष्ट्र में दो-दो तथा हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और त्रिपुरा में एक- एक पद शामिल हैं। चुनाव आयोग अब राज्यसभा में इन पदों को भरने के लिए नई तारीखों की घोषणा करेगा। राज्यसभा सचिवालय ने कहा, जन ने प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 69 की उप-धारा (2) के प्रावधान के अनुसरण में उस अधिनियम की धारा 67ए और धारा 68 की उप-धारा (4) के साथ निम्नलिखित लोग 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में चुने जाने की तारीख से वानी चार जून, 2024 से (हरियाणा), ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा के सदस्य नहीं रहेंगे।
लोकसभा के लिए चुने गए सदस्य
कामाख्या प्रसाद (असम), सर्बानंद सोनोवाल (असम), मीसा भारती, विवेक ठाकुर (बिहार), दीपेंद्र सिंह हुड्डा (मध्यप्रदेश), उदयनराजे भोसले (महाराष्ट्र), पीयूष गोयल (महाराष्ट्र), के.सी. वेणुगोपाल ( राजस्थान), बिप्लब कुमार देव (त्रिपुरा) लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
इस अधिसूचना के बाद, चुनाव आयोग अब राज्य परिषद में इन खाली पदों को भरने के लिए चुनाव की नई तारीखों की घोषणा करेगा।
राज्यसभा में कांग्रेस की दो सीटें हो सकती हैं कम
आम चुनाव में कांग्रेस अपना प्रदर्शन सुधारने में सफल रही है। पार्टी ने 99 सीट पर जीत दर्ज की है, लेकिन लोकसभा में सीट बढ़ने से पार्टी को राज्यसभा में नुकसान उठाना पड़ा है। क्योंकि, पार्टी के दो राज्यसभा सांसद चुनाव जीत लोकसभा पहुंचे हैं। ऐसे में राज्यसभा में पार्टी की दो सीट कम हो सकती हैं। राज्यसभा में इस वक्त कांग्रेस के 28 सदस्य हैं। पार्टी नेता केसी वेणुगोपाल और दीपेंद्र सिंह हुड्डा इस बार चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। वेणुगोपाल राजस्थान और हुड्डा हरियाणा से राज्यसभा सांसद हैं। दोनों को राज्यसभा सीट छोड़नी होगी। इसके साथ ही इन दोनों राज्यों में राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होंगे। दोनों सदस्यों का जून 2026 तक का कार्यकाल है। छह माह के अंदर इन सीट पर होने वाले उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस एक बार फिर आमने- सामने होंगे। हालांकि, कांग्रेस के लिए यह मुकाबला आसान नहीं है। क्योंकि, दोनों राज्यों में भाजपा की सरकार है।