प्रयागराज 16 मई। प्रयागराज में टीचर के थप्पड़ मारने से नर्सरी के साढ़े तीन साल के बच्चे की मौत हो गई। उसी स्कूल में सेकेंड क्लास में पढ़ने वाले छात्र के भाई ने बताया- मेरा भाई रो रहा था। दो टीचर उसे मेरे क्लास में लेकर आईं और बेंच पर बैठा दिया। भाई ने रोना बंद नहीं किया तो एक टीचर ने भाई के गाल पर थप्पड़ जड़ दिया।
भाई का सिर बेंच में टकरा गया। वह जमीन पर गिर गया। उसके मुंह और नाक से खून निकलने लगा। भाई ने टीचर से पानी मांगा। मगर किसी ने उसे पानी नहीं दिया। करीब 10 मिनट तक भाई पानी मांगता रहा, फिर एक दम से चुप हो गया।
एक टीचर ने भाई को हिलाया, जब वह कुछ नहीं बोला तो टीचर भागकर बाहर गईं। मेरे घर वालों को फोन कर बुलाया। मम्मी-पापा भाई को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पिता की तहरीर पर दो महिला टीचर पर केस दर्ज किया गया है। घटना नैनी कोतवाली क्षेत्र की है।
नैनी थाना क्षेत्र के महेवा पश्चिम पट्टी में रहने वाले किराना दुकानदार वीरेंद्र ने बताया कि मेरा साढ़े तीन साल का बेटा शिवाय नर्सरी में पढ़ता था। इसी स्कूल में उसकी बड़ी बहन पूर्वी कक्षा तीन और बड़ा भाई सुमित कक्षा दो में पढ़ते हैं।
छात्र की मां पूनम ने बताया- मैं गुरुवार सुबह साढ़े सात बजे शिवाय को स्कूल छोड़कर आई थी। करीब 9 बजे स्कूल से मेरे पति वीरेंद्र के पास एक मैडम का फोन आया। उन्होंने कहा- आपका बच्चा बेहोश हो गया है।
यह सुनते ही मैं और मेरे पति भागकर स्कूल पहुंचे। वहां देखा कि बेटे के मुंह से खून आ रहा था। सिर के बाएं ओर चोट के निशान थे। हम लोग उसे चाका सीएचसी लेकर पहुंचे, लेकिन स्थिति गंभीर होने पर वहां से एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। हम लोग शिवाय को लेकर भागे, मगर रास्ते में ही उसकी जान निकल गई। मौके पर मौजूद परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई को लेकर हंगामा किया। पुलिस ने माता-पिता को समझाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया दिया।
पिता वीरेंद्र की तहरीर पर दो टीचर आरती और शिवांगी के खिलाफ एग्रीकल्चर चौकी में तहरीर दी गई। इसके बाद दोनों महिला टीचर पर केस दर्ज किया गया।