फरीदाबाद, 04 मार्च। गुजरात एटीएस और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त टीम ने अयोध्या में राम मंदिर पर ग्रेनेड हमले की साजिश का पर्दाफाश किया है। टीम ने संदिग्ध आतंकी 19 वर्षीय अब्दुल रहमान को रविवार शाम पाली से गिरफ्तार किया। अयोध्या के मिल्कीपुर निवासी रहमान के पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपी के आतंकी संगठन और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध के दावे किए गए हैं। एटीएस ने सोमवार सुबह आरोपी को अदालत में पेशकर पूछताछ के लिए दस दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में उसके द्वारा राम मंदिर पर ग्रेनेड हमले की साजिश रचने की बात सामने आई है। अब्दुल रहमान के खिलाफ डबुआ थाने में केस दर्ज किया गया है।
आईएसकेपी मॉड्यूल से जुड़ा है आरोपी : अब्दुल रहमान से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी भी पूछताछ कर रहे हैं। इसमें पता चला है कि 10वीं तक पढ़ा रहमान मिल्कीपुर में मीट की दुकान चलाता है। वह करीब दस महीने पहले आईएसआई के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस (आईएसकेपी) मॉड्यूल से जुड़ा था। वहां से उसे ऑनलाइन वीडियो कॉल पर ट्रेनिंग दी गई।
आरोपी अपनी दुकान पर ही बैठकर वीडियो कॉल पर ट्रेनिंग लेता था। इसी दौरान उसे आतंकी गतिविधि के लिए उकसाया गया और कई टास्क दिए गए, जिसमें राम मंदिर उड़ाना भी शामिल था।
मरकज के लिए घर से निकला : आरोपी के मोबाइल फोन में कई धार्मिकस्थलों के फोटो और वीडियो आदि मिले हैं। वह चार-पांच दिन पहले घर से यह कहकर निकला था कि दिल्ली में किसी मरकज में जा रहा है। वह ट्रेन से दिल्ली होते हुए फरीदाबाद पहुंच गया। फरीदाबाद के पाली स्थित बांस रोड किनारे एक फार्महाउस में बने टीन शेड के कमरे में नाम बदलकर रुक गया। वहीं, उसे किसी ने ग्रेनेड दिए थे।
एसटीएफ अयोध्या पहुंची अधिकारियों के अनुसार एसटीएफ पलवल की एक टीम आरोपी रहमान के घर अयोध्या पहुंची है। टीम को उसके घर की तलाशी लेने और जांच-पड़ताल के लिए भेजा गया है। वहां से भी कुछ संदिग्ध बरामदगी की बात सामने आई है।