बांदा 24 जून। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां बांदा सदर के बीजेपी विधायक प्रकाश द्विवेदी और उनके समर्थकों पर नरैनी के एसडीएम अमित शुक्ला और पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। यह घटना गिरवा क्षेत्र की खुरहंड पुलिस चौकी के पास सोमवार देर रात तब हुई जब एसडीएम ने अवैध बालू (मौरंग) से लदे दो ओवरलोड ट्रकों को जब्त किया था।
जानकारी के मुताबिक, नरैनी के एसडीएम अमित शुक्ला ने खुरहंड क्षेत्र में अवैध मौरंग से भरे दो ट्रकों को सीज किया था। आरोप है कि इन ट्रकों को छुड़ाने के लिए विधायक प्रकाश द्विवेदी ने पहले एसडीएम को फोन कर दबाव बनाया। जब एसडीएम ने मना कर दिया, तो विधायक अपने समर्थकों के साथ खुरहंड चौकी पहुंच गए। वहां उनकी एसडीएम से तीखी बहस हुई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई।
एसडीएम अमित शुक्ला का आरोप है कि विधायक ने उन्हें थप्पड़ मारा और उनके समर्थकों ने लाठियों से उनकी पिटाई की। जब चौकी के सिपाही और एसडीएम के ड्राइवर ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो उनके साथ भी मारपीट की गई।
विधायक सहित 25-30 अज्ञात लोगों पर FIR
इस घटना के बाद एसडीएम के ड्राइवर की शिकायत पर खुरहंड पुलिस चौकी में विधायक प्रकाश द्विवेदी और उनके तीन समर्थकों सहित 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। FIR में सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट और दबंगई की धाराएँ लगाई गई हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
इस घटना ने विपक्षी दलों को बीजेपी पर हमला करने का मौका दे दिया है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘बीजेपी की गुंडागर्दी’ और ‘लोकतंत्र का अपमान’ बताया है। उन्होंने विधायक पर अवैध खनन माफिया से जुड़े होने का भी आरोप लगाया है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रकाश द्विवेदी, बांदा सदर से दो बार के विधायक हैं और अपनी ‘जनता दरबार’ के लिए जाने जाते हैं। हालांकि, उनके खिलाफ पहले भी रिश्वतखोरी का एक आपराधिक मामला दर्ज है।