मुजफ्फरनगर, 03 जून। खतौली पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर एनसीईआरटी की नकली किताबें छापकर बाजार में बेचने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया। गिरोह यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार आदि राज्यों में नकली किताबों को बेचता था। पुलिस ने डेढ़ करोड़ रुपये की एनसीईआरटी की 1.33 लाख नकली किताबें, हरियाणा में लगी दो प्रिंटिंग मशीन और लगभग सवा करोड़ का कच्चा माल और दो लग्जरी गाड़ियां बरामद की हैं।
इस गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है। गिरोह कक्षा 9 के कक्षा 12 तक की किताबें छाप रहा था।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि जनपद के खतौली क्षेत्र में एनसीईआरटी की नकली किताबें बेचने की जानकारी मुखबिर से मिली थी। गिरोह का पकड़ने के लिए खतौली पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया गया था।
थाना क्षेत्र केगांव भैंसी में चार माह से विनोद के घर में गोदाम बनाया गया था। पुलिस ने गोदाम में नकली किताब लेकर दो लग्जरी कार से आ रहे सात लोगों को अलकनंदा नहर के पास से गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर गोदाम पर छापेमारी की गयी। वहां एक अन्य सदस्य को पकड़ा गया।
दो वाहनों से एनसीईआरटी की 400 से अधिक किताबें, 20 लीटर स्याही, पेपर रोल और प्रिंटिंग का सामान बरामद हुआ। सभी किताबें कक्षा नौ से 12 तक की थीं। इसके बाद भैंसी गांव में मकान पर छापा मारा, यहां फर्जी किताबों का स्टाक मिला।
गिरफ्तार आरोपियों में आदिल मेवाती निवासी श्यामनगर थाना लिसाड़ी गेट, अनिल चौहान निवासी सुंदर नगर डिफेंस एन्क्लेव थाना कंकरखेड़ा, राहुल राणा निवासी माधवपुरम कालोनी थाना ब्रह्मपुरी, राजू शर्मा निवासी मोहकमपुर दिल्ली रोड थाना परतापुर, ताराचंद निवासी मोहकमपुर दिल्ली रोड थाना परतापुर, सतेंद्र सिंघल निवासी नौचंदी ग्राउंड थाना नौचंदी, जावेद निवासी गोला कुआं थाना कोतवाली नगर और अमित सैनी निवासी इंद्रानगर थाना ब्रह्मपुरी शामिल हैं।
एसएसपी ने बताया कि समालखा में प्रिंटिंग मशीन को सील करा दिया है। गिरोह की धरपकड़ पर पुलिस टीम को एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर ने एक लाख रुपये और एसएसपी ने 25 हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। प्रेस वार्ता में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, सीओ खतौली रामाशीष यादव मौजूद रहें।
आरोपियों में राजू शर्मा, ताराचंद, सतेंद्र, जावेद पुस्तकों की छपाई के लिए कच्चे माल की व्यवस्था करते थे। किताबों को आदिल मेवाती, अनिल चौहान, राहुल राणा हरियाणा, यूपी, राजस्थान, दिल्ली, बिहार राज्य समेत अन्य शहरों में सप्लाई करते थे। अमित सैनी इनका सहयोग करता था।
गिरोह के कब्जे से होंडा अमेज और थार कार, स्वराज पिकअप वाहन, एक लाख 33 हजार 92 फर्जी किताबें, 22 फर्मा/डाई, 10 हजार कवर, 20 लीटर स्याही, नौ सीसी रिमूवर, 170 पेपर रोल, दो प्रिंटिंग मशीन, एक कटर मशीन, 2500 प्रिंटिंग प्लेट, एक थ्री नाइफ कटर, पांच लाख परफेक्ट बाइंडिंग बरामद हुई। बरामद माल की कीमत तीन करोड़ रुपये बताई है।