तिरुपति (आंध्र प्रदेश) 09 जनवरी। तिरुपति मंदिर में बुधवार रात भगदड़ मचने से तीन महिलाओं सहित छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 40 से ज्यादा भक्त घायल हो गए। हादसा बैकुंठ द्वार दर्शनम का टोकन लेने के दौरान अफरातफरी मचने से हुआ। उस वक्त मौके पर लगभग चार हजार लोग मौजूद थे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि टोकन लेने के लिए मौके पर हुजूम उमड़ पड़ा था। इसी बीच वहां धक्का-मुक्की होने लगी। देखते ही देखते भगदड़ मच गई और लोग एक-दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे। इससे कई लोगों का दम घुट गया। भगदड़ में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ट्रस्ट के सदस्य भानु प्रकाश ने बताया कि टिकट के लिए 91 काउंटर खोले गए थे। काउंटर के पास 4 हजार से ज्यादा श्रद्धालु लाइन में खड़े थे। उन्हें बैरागी पट्टीडा पार्क में कतार लगाने को कहा गया। आगे जाने की होड़ में अफरा-तफरी मची और भागने के दौरान लोग एक-दूसरे पर चढ़ गए। हादसे में मल्लिका नामक महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने फोन पर उच्च अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली और घटनास्थल पर जाकर राहत उपाय करने का आदेश दिया है, ताकि घायलों को बेहतर उपचार मिल सके। वे गुरुवार को तिरुपति जाकर घायलों से मिलेंगे। उन्होंने सवाल किया, बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना पर उचित व्यवस्था क्यों नहीं की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने हादसे पर दुख जताया है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया था कि 10 से 19 जनवरी तक वैकुंठ एकादशी पर वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए खोले जाएंगे। सुबह 4.30 बजे से प्रोटोकॉल दर्शन से शुरू होगा, उसके बाद सुबह 8 बजे से सर्व दर्शन शुरू होगा है। इसके लिए लोग टोकन लेने के लिए लाइन में लगे थे। इन 10 दिनों में करीब 7 लाख भक्तों के आने की संभावना है।