सिद्धार्थनगर 20 मई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा 400 पार का नारा देती है। वह 400 नहीं, बल्कि 143 सीट भी नहीं जीत पाएगी। पहले गरीबों के राशन में चना, रिफाइन दिया जा रहा था। अब उसे कम कर दिया गया। जैसे खाद बोरी से चोरी हो गई। वैसे ही राशन की चोरी की जा रही है।
अखिलेश सोमवार दोपहर सिद्धार्थनगर जिले के बीएसए ग्राउंड में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी भीष्मशंकर उर्फ कुशल तिवारी के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ”2024 का ये चुनाव बहुत अलग होता जा रहा है। इस चुनाव में देखने को मिल रहा कि जनता ने हर सीमाएं तोड़ दी हैं। ‘इंडिया’ गठबंधन का समर्थन करने के लिए जनता निकल पड़ी है।” अखिलेश यादव ने कहा कि उनके ‘चार सौ पार’ का गणित अब लोगों के समझ में आ गया है कि भाजपा चार सौ में जितनी सीटों बचती है उतनी सीटें ही पा रही है। सपा प्रमुख ने कहा, ”आप देख लेना जब सातवें चरण में चुनाव पहुंचेगा, जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर दिखाई देगा। जो लोग संविधान बदलना चाहते हैं, उन्हें जनता बदल देगी।”
उन्होंने कहा कि भाजपा के वादे झूठे निकले। किसानों की आय दुगना करने का वादा किया किया। किसानों पर कर्ज बढ़ रहा है। बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया जा रहा है। किसान के खिलाफ काला कानून लाया जा रहा है। किसानों ने आंदोलन किया तो उसे वापस लेना पड़ा। उन्होंने हा कि चार जून के बाद हमारी सरकार बनेगी तो किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। किसानों का एमएसपी के लिए कानून बनेगा।
इस सरकार में जो भी परीक्षा हुई, सभी का पेपर लीक हो गया। नौजवान जानते होंगे एक, दो नहीं, दस परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं।नौजवान पुलिस की परीक्षा देकर घर आ रहे हैं तो पता चल रहा है कि पेपर लीक हो गया। अभी तक 60 लाख बच्चों का पेपर लीक हुआ। यदि एक परिवार से तीन लोगों को जोड़ लें तो एक करोड़ 80 लाख वोट कम हो गया।
सिद्धार्थनगर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सिद्धार्थनगर में कोई निवेश आया हो तो बताओ। उल्टा पुल्टा मुख्यमंत्री बताएं कि उन्होंने निवेश के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक सरकार ने कराया है। पेपर लीक करने वालों पर बुलडोजर चला क्या। नौजवान सड़क पर दौड़ते थे कि सेना में भर्ती हो जाएंगे, पर उन्होंने अग्निवीर की आधी अधूरी नौकरी दी।
इसके पहले यादव ने आरोप लगाया कि, ”अभी तक 10 साल में भाजपा सरकार ने 25 लाख करोड़ रुपये उद्योगपतियों के माफ किए हैं। वहीं, किसानों की जमीन व उनकी पैदावार कब्जा करने के लिए काले कानून लेकर आए थे, लेकिन किसानों ने दिल्ली तक विरोध किया और विरोध से पीछे नहीं हटे तो काले कानून वापस लेने पड़े।” उन्होंने कहा कि सरकार ने उद्योगपतियों का 25 लाख करोड़ रुपये माफ किये और उन्होंने ये कानून बनाया कि जिन पर पांच करोड़ रुपये से अधिक कर्ज है केवल उनका ही कर्ज माफ किया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि पांच करोड़ से ऊपर वाला कर्ज तो माफ हो गया लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं किया।”