सहारनपुर 12 नवंबर। अपहृत ढाई वर्षीय बच्ची को दो अपहरणकर्ता महिलाएं बेचने के प्रयास में थीं। समय रहते पुलिस ने आरोपित ननद और भाभी को पकड़कर बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है। आरोपित महिलाओं ने बताया कि अगर कोई खरीदार नहीं मिलता तो उसे भीख मांगने में लगा दिया जाता।
मंडी थाना क्षेत्र के खाताखेड़ी में सुमैया मस्जिद पानी की टंकी के पास रहने वाले शादाब ‘फैजान ने आठ नवंबर को अपनी ढाई वर्षीय बेटी फबिया के अपहरण की तहरीर दी थी। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने बच्ची की तलाश शुरू की। पुलिस को सीसीटीवी में बच्ची को ले जाती दो महिलाएं दिखीं। उनकी पहचान कराकर पुलिस ने आजाद कालोनी निवासी आरोपित नेहा अंसारी पत्नी राजू और उजुम पत्नी सलमान को गिरफ्तार कर अपहृत बच्ची को बरामद कर लिया। नेहा आरोपित उजुम के पति सलमान की सगी बहन है। दोनों के घर आमनेसामने हैं। आरोपित महिलाओं ने बताया कि वे भीख मांगती हैं। सात नवंबर को खाताखेड़ी में पानी की टंकी के पास भीख मांगने के दौरान गली में बच्ची को अकेली देखकर उसका अपहरण कर लिया। वे बच्ची को कहीं बाहर ले जाकर काफी रुपयों में बेचने की फिराक में थी, लेकिन बात नहीं बनी थी। अगर बच्ची नहीं बिक पाती तो उससे भी भीख मंगवाई जाती ।
बच्ची को बेचने के लिए तलाश रही थी निसंतान दंपती
खाताखेड़ी से ढाई वर्षीय बच्ची का अपहरण करने वाली महिलाएं बच्ची को बड़ी रकम लेकर बेचना चाहती थी। इसके लिए बेहद गुपचुप तरीके से निसंतान दंपती की तलाश कर रही थी, ताकि किसी को बच्ची के बारे में भनक न लगे। थाना प्रभारी नेमचंद ने बताया कि आरोपित महिलाओं हा पत्नी राजू और जुम पत्नी सलमान से पूछताछ में सामने आया कि बच्ची फबिया का अपहरण करने के बाद दोनों उसे बेच कर ज्यादा पैसे कमाना चाहती थी। इसके लिए वे दोनों गुपचुप तरीके से किसी बेऔलाद दंपती को तलाश करने में जुटी थी। उनका मानना था कि मासूम बच्ची माता-पिता के बारे में जल्द निसंतान दंपती उन्हें मोटी रकम दे देगा। ही भूल जाएगी और बच्ची के एवज में पड़ोसियों को बच्ची के बारे में पता न चले इसके चलते बच्ची को कमरे में बंद रखती थी। हालांकि इसी बीच पुलिस ने उन्हें पकड़कर बच्ची को बरामद कर लिया।
पुलिस टीम ने तीन दिन में खंगाले 300 सीसीटीवी फुटेज
ढाई वर्ष की फबिया का सकुशल स्वजन तक पहुंच पाना पुलिस की कड़ी मेहनत का नतीजा है। फबिया के अपहरण के बाद स्वजन ने सात नवंबर को आधी रात तक उसे तलाश किया। सफलता हाथ नहीं लगने पर अगले दिन पुलिस को सूचना दी। इसके बाद थाना प्रभारी के नेतृत्व में दस सदस्य टीम ने दिन-रात बच्ची की तलाश की। शहर के सुनसान इलाके, नाले पांवधोई नदी समेत 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। एक फुटेज में दो महिलाएं बच्ची को ले जाती दिखीं। इसके बाद पुलिस कड़ियां जोड़ते हुए आरोपित महिलाओं तक पहुंच गई। मुकदमा दर्ज कर पुलिस टीम ने सीसीटीवी की फुटेज खंगालनी शुरू की और आसपास के घरों में सर्च अभियान चलाया। आसपास के तालाब व नालों में भी तलाश की। बड़े नाले व पांवधोई नदी तक तलाश करने के बाद भी बच्ची का पता न चलने पर पुलिस ने पूरा फोकस सीसीटीवी फुटेज पर किया। पुलिस ने करीब 300 सीसीटीवी फुटेज खंगाली। इसी बीच एक सीसीटीवी फुटेज में दो महिलाएं बच्ची को ले जाती दिखाई दी। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए पीछा किया तो 62 फुटा रोड तक आरोपित महिलाओं की फुटेज मिली। पुलिस ने सीसीटीवी में दिख रही महिलाओं की पहचान कराई तो उनके आजाद कालोनी निवासी होने का पता चला। पुलिस ने इसके आधार पर दबिश दी तो दोनों आरोपित महिलाएं और अपहृत बच्ची फबिया घर में मिल गई।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि बच्ची को बरामद करने वाली टीम को प्रोत्साहित करने के लिए 25 हजार रुपये इनाम देने की संस्तुति की गई है। आरोपित महिलाओं के नेटवर्क को लेकर जांच-पड़ताल की जा रही है।