प्रयागराज 09 नवंबर। महाकुंभ को भव्य, दिव्य और नव्य बनाने में जुटी डबल इंजन की सरकार इस बार भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार की मांग पर केंद्र सरकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रवेश करने पर सभी सात टोल प्लाज पर टैक्स नहीं लेगी। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की ओर से प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। दो दिन पहले विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने प्रयागराज आए एनएचएआइ के चेयरमैन संतोष यादव से भी मेला प्रशासन व जिला प्रशासन के अधिकारियों ने गंभीर चर्चा की थी।
महाकुंभ में इस बार लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. श्रद्धालुओं के बढ़ते प्रवाह को देखते हुए संगम और शहर में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. सबसे अधिक श्रद्धालुओं के अपने वाहनों से आने की संभावना है. मेला प्रशासन के मुताबिक, 55% श्रद्धालु कार, जीप, बस, ट्रक और ट्रैक्टर से आएंगे, जबकि 45% लोग रेलवे, रोडवेज और फ्लाइट से पहुंचेंगे. महाकुंभ के दौरान रेलवे 1200 विशेष ट्रेनें और रोडवेज करीब 7000 बसें चलाने की योजना बना रहा है.
महाकुंभ के 45 दिनों के दौरान चित्रकूट राजमार्ग के उमापुर टोल प्लाजा, रीवा राजमार्ग के गन्ने टोल, मीरजापुर मार्ग के मुंगारी टोल, वाराणसी मार्ग के हंडिया टोल, कानपुर मार्ग के कोखराज टोल, लखनऊ मार्ग के अंधियारी टोल, और अयोध्या मार्ग के मऊआइमा टोल पर श्रद्धालुओं के निजी वाहनों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा.
केवल वाणिज्यिक मालवाहक वाहनों जैसे सरिया, सीमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि लादे ट्रकों से ही टोल वसूला जाएगा. सभी जीप और कारों पर भी टोल मुक्त रहेगा, चाहे वे वाणिज्यिक पंजीयन में क्यों न हों.