देवबंद 01 नवंबर। देवबंद में भायला गांव में दो परिवारों की दीपावली की खुशियां मातम में बदल गईं। घर से मंदिर गए भाई-बहन के शव सड़क किनारे पड़े मिले। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने देवबंद-बड़गांव मार्ग पर जाम लगा दिया। ग्रामीण तांत्रिक क्रिया के चलते दोनों की हत्या करने का शक जता रहे हैं जबकि पुलिस इसे सड़क हादसे मानकर चल रही है।
भायला गांव निवासी देव सिंह उर्फ भीम का पुत्र करण(11) गुरुवार की शाम चाचा की सात वर्षीय बेटी अवनी के साथ घर से कुछ दूरी पर स्थित मंदिर में पूजा करने गया था लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटे। परिजनों ने गांव वालों के साथ उनकी तलाश शुरू की। सूचना पर पुलिस भी गांव में पहुंच गई। जंगल और श्मशानघाट में उनको ढूंढा गया लेकिन कुछ पता नहीं चला।
देर रात तलाश में जुटे गांव के ही एक युवक को घर से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर करण सड़क किनारे मृत अवस्था मे पड़ा मिला जबकि उससे कुछ दूरी पर एक खाई में अवनी का शव पड़ा था। करण के एक पैर और हाथ की हड्डी कई जगह से टूटी थी और पैर पर लंबा कट लगा हुआ था। जबकि सिर से भी खून बह रहा था। अवनी के सिर से भी खून बह रहा था।
जानकारी होने पर ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। कुछ ही देर में फोरेंसिक टीम भी वहां पहुंच गई। ग्रामीणों ने तांत्रिक क्रिया में बच्चों की हत्या किए जाने की शक जताते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने देवबंद-बड़गांव मार्ग पर जाम लगा दिया। देर रात तक भी पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी वहां नहीं पहुंचा, काफी समय बाद एसडीएम दीपक कुमार ग्रामीणों के बीच पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे।
सीओ रविकांत पाराशर का कहना है कि प्रथमदृष्टया मामला सड़क दुर्घटना का प्रतीत हो रहा है। फॉरेंसिक टीम ने नमूने भी लिए है। मामले की गहन जांच की जा रही है।