Date: 23/12/2024, Time:

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुंदरलाल का 92 साल की उम्र में निधन

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जयपुर 13 सितंबर। राजस्थान भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुंदरलाल का 91 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय बीमार थे। उन्हें हाल ही में फेफड़ों में इंफेक्शन के चलते जयपुर के एसएमएस हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वे जनता में काका नाम से लोकप्रिय थे।

उन्होंने जयपुर में अपने घर पर 22 अगस्त को ही अपना 92वां जन्मदिन मनाया था। उनका अंतिम संस्कार दोपहर 2 बजे पैतृक गांव झुंझुनूं में होगा। बता दें कि सुंदरलाल सात बार विधायक रहे। वे 1972 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर झुंझुनूं की सूरजगढ़ विधानसभा सीट से जीते। इसके बाद वे एक बार निर्दलीय और एक बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। भैंरोसिंह शेखावत से वे काफी प्रभावित थे ऐसे में वे बीजेपी में शामिल हो गए और 2003 में भाजपा के टिकट से चुनाव जीते। वे 1993 से 1998 तक निर्दलीय विधायक रहे। इस दौरान वे भैंरोसिंह शेखावत की अगुवाई सरकार में मोटर गैराज राज्य मंत्री भी रहे।

सुंदरलाल काका ने 1993 में जब भैंरोसिंह की सरकार बनवाई थी, तब सुंदरलाल को भैंरोसिंह हेलिकाॅप्टर से लेने गए थे। 60 साल लंबे अपने राजनीतिक करियर में सुंदरलाल अपने ठेठ देशी अंदाज के लिए जाने जाते थे।

सुंदरलाल का जन्म 22 अगस्त 1933 को झुंझुनूं जिले के बुहाना तहसील के कलवा गांव में हुआ था। वे बेहद साधारण परिवार से थे। 1964 में उन्होंने पंचायत समिति के सदस्य के तौर पर राजनीति की शुरुआत की थी। उन्होंने कुल 10 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा। जिसमें से तीन बार उन्हें हार मिली। वे 2007 और 2015 में अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे।

सुंदरलाल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के भी करीबी थे। यही कारण रहा कि वसुंधरा सरकार के दोनों कार्यकाल में वे अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष बनाए गए और उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया।
यह भी एक संयोग रहा कि 1977 और 1990 में जब सुंदरलाल चुनाव हारे, तब दोनों ही बार राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई। दोबारा चुनाव होने पर सुंदरलाल फिर से विधायक बन गए।

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