मुजफ्फरनगर, 15 मार्च। यूपी का संभल जनपद इस समय देशभर के साथ सोशल मीडिया में चर्चाओं का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर सीओ संभल अनुज चौधरी के बयानबाजी को लेकर तरह-तरह की पोस्ट डाली जा रही है। अब सीओ के पिता और भाई ने उनकी जान का खतरा होने का अंदेशा जताते हुए सीएम योगी से सुरक्षा की मांग की है। परिजनों ने यह भी कहा कि अनुज ने होली और जुमे की नमाज को लेकर कुछ गलत नहीं कहा है। कुछ लोग राजनीति चमकाने के लिए इसे सोशल मीडिया में तूल दे रहे हैं।
इन दिनों संभल के सीओ अनुज चौधरी काफी चर्चाओं में हैं। अनुज चौधरी मूलत मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव के रहने वाले हैं। अनुज चौधरी ने होली व रमजान को लेकर ऐसा बयान दिया कि, उस को लेकर सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों में उसकी खूब चर्चाएं हो रही हैं। 14 मार्च यानी शुक्रवार को होली और रमजान के महीने में जुमे की नमाज एक साथ पड़ रही है। अनुज चौधरी ने कहा कि जुमा सालभर में 52 बार आता, जबकि होली सिर्फ साल में एक बार, इसलिए किसी को रंग से परहेज हो तो होली के दिन घर से बाहर न निकलें। या फिर रंग लगने पर बुरा न मानें। इससे पहले संभल में दंगे के दौरान उपद्रवियों से हुई झड़प के दौरान अनुज चौधरी के पैरों में गोली लगी थी। उधर सोशल मीडिया एवं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के बयान लफंडर कहने को लेकर सीओ अनुज चौधरी के पिता बृजपाल सिंह एवं उनके भाई मुजफ्फरनगर सदर ब्लाक प्रमुख अमित चौधरी काफी आहत हैं। उन्होंने सवाल किया कि राष्ट्रपति द्वारा प्रदत एक अर्जुन अवार्डी लफंडर हो सकता है। उन्होंने अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। मुख्यमंत्री योगी से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। बृजपाल सिंह ने कहा उनके बेटे की जान को खतरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी दलों के नेता इस मुद्दे को तूल देकर राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं।
चौपाई जुलूस में गूंजे सीओ अनुज चौधरी जिंदाबाद के नारे
संभल शहर में होली को लेकर आयोजित चौपाई जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने अचानक सीओ अनुज चौधरी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। हालांकि, सीओ अनुज चौधरी ने स्वयं मौके पर पहुंचकर लोगों को शांतिपूर्ण तरीके से पर्व मनाने के लिए समझाया। उन्होंने कहा कि होली का पर्व आपसी प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है, इसलिए नारेबाजी से बचें और शांतिपूर्ण ढंग से जुलूस को आगे बढ़ाएं। सीओ चौधरी के समझाने के बाद लोगों ने उनकी बात मानी और शांतिपूर्ण तरीके से जुलूस को आगे बढ़ने दिया।