मथुरा 12 जून। राधारानी पर हिंदू धर्म के दो संत आपस में भिड़ गए हैं. सीहोर के कुबरेश्वधाम पंडित प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी के बाद प्रेमानंद महाराज जी तमतमा गए हैं. प्रेमानंद ने पंडित प्रदीप मिश्रा को कहा कि तुम किसी काम के नहीं रहोगे. संतों में विवाद की शुरुआत राधा रानी पर टिप्पणी के बाद हुई है. पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक कथा के दौरान राधारानी के मायके पर सवाल उठाया था। इसके बाद प्रेमानंद महाराज जी ने वीडियो जारी कर इसका जवाब दिया.
पहली बार गुस्से से लाल दिखे प्रेमानंद जी ने अपनी लाड़ली जी पर गलत टिप्पणी करने पर कथावाचक को आड़े हाथ लिया है. प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा की टिप्पणी को लेकर इतना तक कह दिया है कि तुम जानते क्या हो राधारानी के बारे में, देख लेना किसी काम के नहीं रहोगे.
दरअसल, कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने एक कथा के दौरान कहा कि राधाजी बरसाना नहीं, बल्कि रावल गांव की रहने वाली थीं. बरसाने में राधा जी के पिताजी की कचहरी थी वो साल में एक बार इस कचहरी में जाती थीं इसलिए उसका नाम बरसाना है यानी बरस में एक बार आना. उन्होंने यह भी कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की 16 हजार रानियों में राधा का नाम नहीं है. उनके पति में श्रीकृष्ण का नाम नहीं है. उनके पति का नाम अनय घोष और उनकी सास का नाम जटिला और ननद कुटिला थीं. और राधा जी की शादी छात्रा गांव में हुई थी. पंडित प्रदीप मिश्रा की इस टिप्पणी के बाद से ही राधारानी के प्रेम रस में डूबे रहने वाला संत समाज क्रोधित हो गया है.
पंडित प्रदीप मिश्रा एक प्रसिद्ध कथावाचक गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं. प्रदीप मिश्रा के ज्यादातर प्रवचन कथा शिव पुराण से संबंधित होती हैं.