नई दिल्ली 18 दिसंबर। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देना बेहद मुश्किल टास्क है। वहीं कैंसर का इलाज भी काफी महंगा होता है। दुनिया भर में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें 50 प्रतिशत मामलों में मरीजों की मौत हो जाती है। खासकर स्टेज 3 कैंसर से लड़ना लगभग नामुमकिन होता है। ऐसे में कैंसर से जूझ रहे लोगों को रूस ने उम्मीद की नई किरण दे दी है।
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कैंसर की नई वैक्सीन बनाने का ऐलान किया है। रूसी मंत्रालय के अनुसार यह वैक्सीन 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगी। खास बात यह है कि कैंसर की यह नई वैक्सीन रूस लोगों को फ्री में देगा। कैंसर के इलाज में यह वैक्सीन काफी कारगर साबित हो सकती है। ऐसे में दुनिया की नजरें अब इस वैक्सीन पर टिकीं हैं।
रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय में जनरल डायरेक्टर के पद पर मौजूद एंड्री कैप्रीन ने बताया कि कैंसर से लड़ने के लिए रूस ने अपनी खुद की mRNA वैक्सीन डेवलेप की है। यह वैक्सीन लोगों को फ्री में मुहैया करवाई जाएगी। खबरों की मानें यह वैक्सीन 2025 की शुरुआत में लॉन्च हो सकती है। अभी वैक्सीन का प्री क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। यह ट्रायल सफल होने के बाद रूस इस वैक्सीन को दुनियाभर में वितरित कर सकता है।
एक घंटे में तैयार होगी वैक्सीन
रूस के वैक्सीन एक्सपर्ट अलेक्जेंडर गिन्ट्सबर्ग ने कहा है, एआई की मदद से पर्सनलाइज्ड कैंसर वैक्सीन की बनाने की प्रक्रिया को आसानी से पूरा किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शुरुआती समय में यह प्रक्रिया भले ही जटिल और लंबी हो, लेकिन भविष्य में यह बहुत आसान होने वाली है. उन्होंने बताया कि कैंसर वैक्सीन में गणित का मैथड प्रयोग में लाता जाता है, लेकिन यहां एआई और न्यूरल नेटवर्क कंप्यूटिंग की मदद से इस वैक्सीन को 30 मिनट से 60 मिनट यानि एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा.
बता दें, यह वैक्सीन शरीर में कैंसर सेल्स की पड़ताल करने उसे नष्ट करने का काम करेगी. थेरेप्यूटिक कैंसर वैक्सीन खासतौर से ट्यूमर सेल्स के प्रोटीन या एंटीजन को ढूंढ उन्हें टारगेट करेगी, जिससे शरीर का नेचुरल सिक्योरिटी सिस्टम ट्यूमर को खत्म करने में प्रभावी होने लगता है. बता दें, प्रिवेंटिव वैक्सीन (HPV) कैंसर की रोकथाम में बहुत मददगार है.
इस नई वैक्सीन को शरीर में लागू करने के लिए एक सामान्य इंजेक्शन की जरूरत पड़ेगी. वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वैक्सीन का निर्माण प्राकृतिक पदार्थों से किया गया है, जिससे इसके कोई गंभीर साइड इफेक्ट्स नहीं होंगे. यह वैक्सीन शरीर की इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने के लिए प्रशिक्षित करती है.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस वैक्सीन का जिक्र कर चुके हैं। इसी साल फरवरी में एक टीवी शो के दौरान उन्होंने कहा था कि हम कैंसर की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब हैं। हालांकि अभी तक यह सामने नहीं आया है कि रूसी वैक्सीन किस तरह के कैंसर का इलाज करेगी।
रूस के अलावा भी कई देश कैंसर की वैक्सीन बनाने में जुटे हैं। इस लिस्ट में ब्रिटेन और जर्मनी का नाम भी शामिल है। ब्रिटिश सरकार ने जर्मनी के साथ मिलकर एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है, जो साथ मिलकर कैंसर की वैक्सीन बनाने से संबंधित है।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो दुनियाभर में लाखों लोगों की जान ले चुकी है और इसकी इलाज की प्रक्रिया बेहद महंगी और कठिन रही है. हर साल, लाखों लोग कैंसर के कारण अपनी जान गंवा देते हैं, और इसके इलाज के लिए नए-नए उपायों की आवश्यकता महसूस की जाती रही है.