न्यूयॉर्क/लंदन, 23 जून। रोबोट अब इंसानों की तरह गर्मी, सर्दी और यहां तक कि दर्द भी महसूस कर सकेंगे। वैज्ञानिकों ने इसके लिए एक रोबोटिक स्किन विकसित कर ली है। यह इंसानी त्वचा की तरह काम करती है और रोबोट को संवेदनशील बना सकती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज और यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के शोधार्थियों ने इस स्किन का विकास किया है। विज्ञान पत्रिका जर्नल साइंस रोबोटिक्स में इसकी जानकारी प्रकाशित हुई है। इसके अनुसार, यह स्किन एक खास जैल से बनी है। यह न केवल लचीली है, बल्कि पूरी तरह से संवेदनशील भी है।
शुरुआती प्रयोग में इसे रोबोट के हाथों पर दस्ताने की तरह पहनाया जा सकता है। इससे पूरा हाथ एक इंटेलिजेंट सेंसर में बदल जाता है, जो दबाव, तापमान, चोट या एक साथ कई स्पर्शों को पहचान सकता है। भविष्य में इसे रोबोट के ढांचे की पूरी त्वचा के रूप में विकसित किया जाएगा।
अलग-अलग सेंसर की जरूरत नहीं : इस नई रोबोटिक स्किन में 8.6 लाख से ज्यादा सूक्ष्म विद्युत मार्ग मौजूद हैं। ये मार्ग स्किन के हर हिस्से को संवेदनशील बनाते हैं और इसे इंसानी त्वचा के जैसी कार्यक्षमता देते हैं। अब वैज्ञानिक इस स्किन को और टिकाऊ बनाने और दुनिया के रोबोटिक कार्यों में इसका परीक्षण करने की योजना बना रहे हैं।
इससे भविष्य में रोबोट पर अलग-अलग प्रकार के लिए लगने वाले विभिन्न सेंसर की जरूरत नहीं रहेगी। सिर्फ रोबोटिक त्वचा से ही सभी प्रकार के सेंसर कार्य पूरे हो जाएंगे। इस पर लगे खास तरह के इलेक्ट्रोड से यह संभव हो सका।
मशीन लर्निंग और मानव स्पर्श से प्रशिक्षित : इस रोबोटिक स्किन को मशीन लर्निंग और मानव स्पर्श के जरिए प्रशिक्षित किया गया है। वैज्ञानिकों ने अंगुली से टच, गर्म हवा, ठंडे वस्त्र और कट जैसी स्थितियों में स्किन का परीक्षण किया। इन परीक्षणों से मिले डाटा को कंप्यूटर मॉडल ने सीखा, जिससे स्किन अलग-अलग स्पर्शों को पहचानने में सक्षम हो गई।
ये महसूस करेगी स्किन
●अंगुली से किया गया टच या मशीन का स्पर्श
● गर्म हवा का झोंका या बर्फ जैसी ठंडी सतह
● किसी तेज धारदार चीज से स्किन पर घाव