Date: 08/09/2024, Time:

दो साल में चारों सदनों में पहुंचे रालोद प्रतिनिधि, जयंत चौधरी ने संभाला दोनों मंत्रालयों का काम, गठबंधन की मजबूती के लिए रालोद करे समीक्षा

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राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को अगर ध्यान से देखे तो गठबंधन की राजनीति काफी रास आई है। क्योंकि पिछले दो वर्ष में फर्श से लेकर रालोद अर्स तक पहुंच गया है। 2022 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी से हुए गठबंधन के बाद रालोद के आठ विधायक जीतकर विधानसभा में पहुंचे जबकि 2017 में लड़कर सहेन्द्र सिंह की छपरौली से ही चुनाव जीते थे। लेकिन अब यूपी विधानसभा यूपी विधानपरिषद राज्यसभा और लोकसभा सहित चारों सदनों में इनके प्रतिनिधि मौजूद है और खुद जयंत चौधरी दो मंत्रालयों का जुमा केन्द्र में राज्यमंत्री स्वत्रंत प्रभार और राज्यमंत्री के रूप में संभाल रहे है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस जीत के बाद अब पार्टी को संभालने के साथ साथ युवाओं का भविष्य संवारने की जिम्मेदारी भी जयंत चौधरी के कंधों पर आ गई है। जैसे जैसे जिम्मेदारी मिल रही है पार्टी मुखिया वैसे वैसे रालोद को मजबूत करने के लिए प्रयास कर रहे है नजर आ रहा है। इस संदर्भ में सबसे पहला साकारात्मक कदम पार्टी के बयानवीरों के बोलने पर रोक लगाई गई और सिर्फ प्रवक्ता को ही बयान देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। तो दूसरी तरफ लोकसभा चुनाव में पार्टी के दो सांसद डा0 राजकुमार सांगवान सहित जीतने के बावजूद गठबंधन के दल भाजपा को पार्टी शायद आशा के अनुकूल लाभ नहीं दिला पाई ऐसा क्यों हुआ इसकी भी समीक्षा रालोद को करनी होगी। हां बागपत से पार्टी के सांसद डा0 राजकुमार सांगवान व बिजनौर से जीतकर आये चंदन चौहान रालोद को मजबूत करने और जयंत चौधरी की भावनाओं के अनुरूप काम करने में सफल होंगे ऐसा विश्वास के साथ कहा जा सकता है। क्योंकि चुनाव परिणाम आने से अब तक बागपत के सांसद डा0 राजकुमार सांगवान ने जितने भी मुद्दे उठाये है उनसे युवाओं का भविष्य सुधरने और रालोद के प्रति उनका रूझान बढ़ने की संभावना काफी बढ़ी है।
बीते दिनों रालोद व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रोहित अग्रवाल द्वारा पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री डा0 संजीव बालियान और पूर्व विधायक संगीत सोम प्रकरण में बयान देने हेतु अनुशासन समिति के अध्यक्ष धर्मवीर बालियान द्वारा दिखाई गई सख्ती और प्रवक्ता के अलावा अन्यों को अपनी भाषा पर अंकुश रखने के दिये गये निर्देश से एक अच्छा संदेश कार्यकर्ताओं में गया है।
कुछ भी हो जिस प्रकार तेजी से जयंत चौधरी के नेतृत्व में रालोद प्रगति की ओर अग्रसर है और डा0 राजकुमार सांगवान जैसे मजबूत सहयोगियों के द्वारा रालोद के भविष्य में आगे बढ़ाने और उज्जवल बनाने में जयंत चौधरी को अच्छा खासा सहयोग किया जाएगा यह बात विश्वास के साथ कही जा सकती है। क्योंकि कौशल विकास एवं उद्यमशीलता तथा केन्द्रीय शिक्षा राज्यमंत्री के रूप में मंत्रालय आदि के सहारे जयंत चौधरी रालोद से़े युवाओं को जोड़ने में सफल रहेंगे। ऐसा विश्वास के साथ कहा जा सकता है।
(प्रस्तुतिः अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के राष्ट्रीय महामंत्री मजीठिया बोर्ड यूपी के पूर्व सदस्य संपादक व पत्रकार)

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