लखनऊ 29 फरवरी। अभिषेक सिंह का इस्तीफा केंद्र सरकार ने आखिरकार अब मंजूर कर लिया है। बताया जा रहा है कि जौनपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने इस्तीफा दिया है। अभिषेक सिंह की पत्नी दुर्गा शक्ति नागपाल सिंह भी आईएएस हैं। उनकी पत्नी यूपी के बांदा जिले की डीएम हैं। अभिषेक सिंह कई फिल्मों में काम कर चुके हैं।
यूपी की राजनीतिक गलियारे में अभिषेक सिंह के जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएं चल रही हैं। कई फिल्मों और म्यूजिक वीडियो में काम कर चुके अभिषेक सिंह का करियर हमेशा विवादों में रहा। लंबी गैरहाजिरी के कारण वह फरवरी, 2023 से सस्पेंड चल रहे थे। अभिषेक अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों के साथ फोटो शेयर करते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर हुई जानकारी के अनुसार अभिषेक सिंह ने एक बस सेवा शुरू की है। इसके जरिए फ्री में भक्तों को अयोध्या राम लला के दर्शन के लिए ले जाया जाएगा। ये बस सेवा चौकियाधाम से अयोध्या के लिए होगी। इसकी बुकिंग शुरू की गई है। सोशल मीडिया पर इसकी बुकिंग के लिए व्हाट्सएप नंबर भी दिया गया है। 7800011101 पर व्हाट्सएप करके भक्त इस बस में पंजीकरण करवा सकते हैं। इन बर्सा का नाम जौनपुर निषाद रख रखा गया है। हर दिन जौनपुर से 5 बसें चलाई जाएंगी।
जौनपुर से अयोध्या के लिए चलने वाली बसें एक दिन में ही राम लला के दर्शन करवाकर भक्तों को बापस लाएंगी। इसमें भक्तों को फ्री में रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। बसें सुबह 7 बजे जौनपुर से निकलेंगी और 10 बजे अयोध्या पहुंचेंगी। 10 से 4 बजे अयोध्या में राम लला के दर्शन और भ्रमण का समय दिया जाएगा। इसके बाद 4 बजे बस वापसी जौनपुर के लिए निकलकर रात 10 बजे पहुंचेगीं।
बताते चले कि अभिषेक सिंह को वर्ष 2015 में तीन साल के लिए दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था। 2018 में यह अवधि दो साल के लिए और बढ़ा दी गई, लेकिन उस दौरान वे मेडिकल लीव पर चले गए। इसके बाद दिल्ली सरकार ने अभिषेक को वापस उनके मूल कैडर यूपी भेज दिया। लंबे समय तक उन्होंने यूपी में नौकरी जॉइन नहीं किया। नियुक्ति विभाग को उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दिया। बाद में 30 जून, 2022 को उन्होंने जॉइन किया। 2022 में अभिषेक सिंह को गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रेक्षक बनाया गया। उन्होंने प्रेक्षक ड्यूटी का कार्यभार ग्रहण किया। इसी दौरान सरकारी कार के आगे फोटो खिंचवाकर इसे सोशल मीडिया पर डालने की वजह से वे चर्चा में आ गए। चुनाव आयोग ने इसे अनुशासनहीनता माना और उन्हें 18 नवंबर 2022 को प्रेक्षक ड्यूटी से हटा दिया। गुजरात से लौटने के बाद अभिषेक सिंह ने यूपी में फिर अपनी ड्यूटी जॉइन की। इसलिए यूपी सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। पिछले कई महीनों से अभिषेक सिंह जौनपुर में राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय चल रहे हैं।