लखनऊ 27 जून। पुलिस ने जमीन पर कब्जा, मारपीट तथा अन्य आपराधिक मामलों में लिप्त 112 वकीलों का पंजीकरण रद करने की संस्तुति बार काउंसिल से की है। वकील के वेशभूषा में अवैध कब्जा, मारपीट और धमकाने के कई मामलों में पुलिस कमिश्नरेट ने एक जनवरी 2024 को अधिवक्ता सेल का गठन किया था । इस सेल में वकीलों की अब तक 149 शिकायतें पहुंची हैं, जिसमें 92 अवैध कब्जे तथा 57 धमकाने और मारपीट की हैं। जांच में 30 मामले ऐसे पाए गए, जिनमें वकील की वेशभूषा में अवैध कब्जे समेत अन्य अपराध किए गए हैं। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके इलावा वर्ष 2020 से मई 2024 के बीच भी 25 मुकदमे दर्ज हुए थे। इनको भी अधिवक्ता सेल में शामिल किया गया। सभी की बात करें तो कुल 55 मुकदमे ऐसे हैं, जिनमें 112 लोग वकील की वेशभूषा में पहुंचकर अवैध कब्जा या अन्य अपराध करते पाए गए हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि इन सभी वकीलों के लाइसेंस रद करवाने के लिए बार काउंसिल को रिपोर्ट भेज दी गई है। न्यायालय में भी इनके खिलाफ रिपोर्ट लगाई जाएगी, ताकी आगे की कार्रवाई की जा सके। अधिवक्ता सेल में जो भी शिकायतें आती हैं, उनकी जांच के बाद ही मुकदमा दर्ज करवाया जाता है और उनकी एक रिपोर्ट बार काउंसिल और न्यायालय में प्रेषित की जाती है। लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश पांडेय ने कहा कि यह देखा जाना चाहिए कि इस सूची में किसी बेगुनाह वकील का नाम न हो और किसी के साथ पक्षपात न हो ।