नई दिल्ली 11 जुलाई। डाक विभाग ने नई डिजिटल सुविधाओं की शुरुआत की है, जिससे चुनिंदा बचत योजना खोलना और संचालन आसान हो जाएगा। भारतीय डाक विभाग ने ई-केवाईसी सुविधा का विस्तार करते हुए अब आरडी यानी आवृति जमा और सार्वजनिक भविष्य निधि खाते को भी इसमें शामिल किया है। अब इन दोनों योजनाओं के ग्राहकों को भी अब ई-केवाईसी की सुविधा मिलेगी। पहले यह डिजिटल सुविधा केवल मासिक आय योजना, सावधि जमा, किसान विकास पत्र और एनएससी यानी राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र के ग्राहकों को ही उपलब्ध थी।
RD और PPF खातों के लिए भी लागू
पहले यह सुविधा केवल मंथली इनक स्कीम, किसान विकास पत्र, टर्म डिपॉजिट और नेशवल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) जैसी योजनाओं तक सीमित थी, लेकिन अब इसे पूरे देश में आरडी और पीपीएफ खातों के लिए भी लागू कर दिया गया है। इस बदलाव के बाद ग्राहकों को पोस्ट ऑफिस में लंबी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। अब सिर्फ आधार और बायोमेट्रिक पहचान के जरिए ये सारे काम आसानी से हो सकेंगे।
कैसे करेगा काम
पोस्ट ऑफिस असिस्टेंट ग्राहक से फिंगरप्रिंट लेकर आधार की मंजूरी लेगा।
इसके बाद ट्रांजैक्शन या खाता खोलने जैसे काम के लिए बायोमेट्रिक के जरिए पहचान की पुष्टि की जाएगी।
इसमें अब न तो पे-इन स्लिप भरने की जरूरत होगी और न ही कोई विड्रॉल फॉर्म।
अगर पैसे पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट से ही ट्रांसफर हो रहे हैं, तो अब एसबी-7 फॉर्म भी नहीं भरना पड़ेगा।
खाता बंद करना, नॉमिनी की जानकारी अपडेट करना और एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में खाता ट्रांसफर करना आधार-बायोमेट्रिक से होगा।
आधार नंबर अब रहेगा पूरी तरह सुरक्षित
पोस्ट ऑफिस में आधार नंबर को लेकर भी अहम बदलाव किया गया है। किसी भी दस्तावेज पर अब पूरा आधार नंबर नहीं दिखेगा। सिर्फ आखिरी चार अंक ही दिखाई देंगे और बाकी नंबर छिपा दिए जाएंगे। अगर किसी डॉक्यूमेंट में पूरा आधार नंबर दिख रहा है, तो पोस्ट ऑफिस कर्मचारी उसे काले पेन से ढक देंगे, ताकि आपकी गोपनीय जानकारी सुरक्षित रहे।