रोहतक 28 जनवरी। साध्वी यौन उत्पीड़न केस में सुनारिया जेल में सजा काट रहा सिरसा डेरा प्रमुख 12वीं बार पैरोल पर जेल से बाहर आ गया है। दिल्ली चुनाव से पहले 30 दिन की पैरोल मिलने के बाद मंगलवार (28 जनवरी) की सुबह 5.26 बजे गुरमीत राम रहीम को गुप-चुप तरीके से जेल से बाहर निकाला गया. जेल से निकलने के बाद गुरमीत राम रहीम सिरसा में डेरे पर पहुंचा है. माना जा रहा है कि वह इस बार सिरसा स्थित डेरे में रहेगा.
रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम गुरमीत सिंह को एक बार फिर 30 दिनों की पैरोल मिल गई है. सुनारिया जेल से कड़ी सुरक्षा के बीच उसे बाहर निकाला गया. हालांकि, इस सजा मिलने के बाद यह पहली बार है जब उसे सिरसा डेरे में रहने की इजाजत मिली है. साल 2017 में सजा सुनाए जाने के बाद 8 साल से वह डेरा मुख्यालय नहीं जा सका था.
सिरसा स्थित डेरा पहुंचते ही गुरमीत राम रहीम ने अपने अनुयायियों को संदेश दिया है कि सिरसा धाम न आएं, अपनी-अपनी जगह रह कर ही हमें दर्शन दें. सेवादार जैसा आदेश देते हैं, वैसा ही करें.देते हैं वैसे करें।
बताया जा रहा है कि हनीप्रीत खुद डेरा प्रमुख राम रहीम को दो गाड़ियों के साथ लेने पहुंची थी. इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. इससे पहले साल 2024 में भी राम रहीम ने इमरजेंसी पैरोल मांगी थी. चुनाव आयोग ने 30 सितंबर को 3 शर्तों के साथ उसकी पैरोल मंजूर की थी. शर्त थी कि राम रहीम हरियाणा का दौरा नहीं कर सकता और न ही सोशल मीडिया पर किसी चुनावी गतिविधि में शामिल हो सकता.
बता दें, साल 2017 से अब तक गुरमीत राम रहीम को 12 बार पैरोल मिली है. इससे पहले 11 बार उसे पैरोल और फरलो मिल चुकी है. बार-बार पैरोल दिए जाने को लेकर राज्य सरकार पर कई बार सवाल उठे हैं. गुरमीत सिंह उर्फ राम रहीम अपनी दो शिष्याओं से बलात्कार के आरोप में 2017 में दी गई 20 साल की सजा काट रहा है।