लखनऊ 30 सितंबर। पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्रफल के चलते उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून की सक्रियता में वृद्धि हुई थी, जिसके चलते पिछले 72 घंटे में जल सैलाब देखने को मिला. कई इलाकों में घरों के अंदर तक पानी भर गया. लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों के स्कूलों को भी बंद करना पड़ा. फिलहाल निम्न दबाव के क्षेत्रफल का असर धीरे-धीरे समाप्त हो गया है. जिससे मानसून की सक्रियता में कमी आई है. हालांकि, मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में प्रदेश के 67 जिलों में हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सोमवार को भी प्रदेश के अधिकांश हिस्से में छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक अक्टूबर को भी बारिश की संभावना जताई गई है.
पूर्वांचल और बुंदेलखंड के जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इधर, नेपाल के देव घाट से गंडक नदी में 6.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसके चलते बॉर्डर से सटे यूपी के कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए।
महराजगंज में 20 से अधिक गांव डूब गए हैं। स्कूल-कॉलेज और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। लोग छतों पर रहने को मजबूर हैं। चारों तरफ सिर्फ पानी ही पानी है। रेस्क्यू के लिए SDRF को लगाया गया है। जिले में बाढ़ से करीब 50 हजार लोग प्रभावित हैं।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार सोमवार को लखनऊ में कुछ स्थानों पर बादल छाए रहेंगे. ज्यादातर मौसम साफ रहेगा. हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
आईएमडी के अनुसार उत्तर प्रदेश में 30 सितंबर 2024 को कई स्थानों पर बारिश हो सकती है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक अक्टूबर को भी बारिश की संभावना जताई गई है.