मोदीनगर 24 फरवरी। दिल्ली-मेरठ हाइवे पर कई प्रांतों को जोड़ने वाले राजचौराहे पर रेलवे ओवरब्रिज बनेगा पीएम नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को इसका वर्चुअल शिलान्यास करेंगे। उसके बाद रैपिड रेल के कार्यों की गति जानने के लिये पीएमओं की तकनीकी टीम यहाँ 25 फरवरी को पहुंचेगी। जिसके बाद दुहाई से मेरठ के भूडभराल तक नमो भारत ट्रैन को होली पर्व के आसपास शुरूआत की जाने की संभावना है। इन दोनो सौगातों के मिलने से मोदीनगर वासियों के साथ ही अन्य प्रांत को जाने वाले लोगो को इस मार्ग के जरियें जाम से निजात मिल सकेंगी।
दिल्ली-मेरठ हाइवे पर राज चौपला बहुत ही व्यस्ततम प्वॉइंट है। इस मार्ग के जरिये ही उत्तराखंड, पंजाब व हिमाचल सहित पश्चिम उ.प्र. के कई जिलों को जोड़ने वाले इस चौराहे पर वाहनों का काफी दवाब रहता है, जिसके चलते रोजना लोगों को जाम का सिवाचकार होना पड़ रहा था, जाम से निजात के लिये सासंद डा सत्यपाल सिंह ने केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष यह मामला उठाया था और विधायक डा मंजू सिवाचवाच, सांसद प्रतिनिधि विनोद गोस्वामी ने लोगो से जुड़ी इस समस्या को सांसद के समक्ष रखा था। राज चौपला से मोदीनगर मेरठ मार्ग पर लगभग 100 मीटर चलते ही रेलवे फाटक है। अब इस समस्या से निजात दिलाने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 फरवरी को मोदीनगर हापुड, निवाडी पतला होते हुये बागपत सहित अन्य प्रमुख प्रांतो को इस मार्ग के रास्ते जाने वाले वाहन चालको के लिये बड़ी सौगात देने जा रहे हैं। अब इस मार्ग से गुजरने वालो को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए राज चौपला पर रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का पीएम नरेंद्र मोदी वर्चुअल शिलान्यास करेंगे।
25 को पीएमओ की पहुंचेगी तकनीकी टीम
लोकसभा चुनाव से पूर्व मोदीनगर तक नमो भारत (रैपिड ट्रेन ) की शुरूआत को लेकर इन दिनों मोदीबाग, सीलाईन स्टेशन के आस पास रात दिन काम तेजी गति से चल रहा है। रंगाई पुताई से लेकर विधुत तारो को दुरूस्त किया जा रहा हैं। ट्रेन का ट्रायल भी जारी हैं जिसे लेकर मेरठ कमिश्नर कु सात्वा गुरुवार को निरीक्षण करके जा चुकी हैं। बताया जा रहा है कि इसके उद्घाटन की तैयारी को लेकर ही 25फरवरी को पीएमओं की तकनीकी टीम आकर कार्यों का निरीक्षण करेगी। उसके बाद पीएम मोदी इसका भी उद्घाटन करेंगे। दोनो विकास कार्यों की सौगात मिलने के बाद से मोदीनगरवासियों को सड़क पर जाम से निजात मिल सकेगी।
तीन दशकों से इस मांग को लेकर किये गए धरना-प्रदर्शन
राजचौराहे पर आरओबी निर्माण की मांग को लेकर कई बार विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से धरना-प्रदर्शन तक किये गए। इतना ही नही जनप्रतिनिधियों की ओर से यह मुद्दा मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव के कार्यकाल में विधानसभा तक में गूंजा फिर पूर्व सांसद रमेशचंद तोमर ने भी यह मांग उठाई। इसके साथ ही पूर्व पालिका चेयरमैन रामआसरे शर्मा की ओर से सड़क चौड़ीकरण से लेकर आरओबी निर्माण सहित कई मांगो को लेकर आमरण अनशन तक किया गया। तीन दशको से चली आ रही इस मांग को सांसद डा सत्यपाल सिंह ने गंभीरता से लेकर केंद्रीय रेल मंत्री के समक्ष राज चौपला आरओबी के लिए प्रस्ताव रखा।