इंदौर 06 अगस्त। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इंदौर नगर निगम (IMC) में 125 करोड़ रुपये के फर्जी ड्रेनेज बिल घोटाले में कार्रवाई तेज कर दी है. इसी क्रम में ईडी की टीम ने सोमवार (5 अगस्त) को कथित घोटाले में शामिल 16 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की.
इस दौरान ईडी के अधिकारियों ने 22 स्थानों पर छापे मारे और 1 करोड़ रुपये नकद के साथ 2 करोड़ रुपये बैंक खातों में बरामद किए. यह इस साल की सबसे बड़ी छापेमारी की कार्रवाई बताई जा रही है, जिसमें 150 से अधिक ईडी अधिकारी और लगभग इतनी ही संख्या में पैरामिलिट्री फोर्स लगाई गई.
इस कार्रवाई के दौरान आरोपियों के निवास और कार्यालयों में किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई. यह कार्रवाई आज भी जारी रहने की उम्मीद है.
बता दें, इंदौर नगर निगम में फर्जी ड्रेनेज बिल घोटाला अप्रैल 2024 में सामने आया था. अब तक घोटाले की राशि 125 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. 91.64 करोड़ रुपये के फर्जी बिल अब तक पाए गए हैं.
मामले में 16 आरोपियों के खिलाफ सात एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें आठ ठेकेदार और आईएमसी अधिकारी शामिल हैं. आईएमसी कथित घोटाले में ईडी ने जून में पहली शिकायत दर्ज की थी. केंद्रीय एजेंसी ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई इसी शिकायत के आधार पर की है.
आरोपियों में ठेकेदार मोहम्मद साजिद, मोहम्मद जाकिर, मोहम्मद सिद्दीकी, आईएमसी के ईई अभय राठौर, आईएमसी के अकाउंट्स विभाग के अनिल गर्ग, आईएमसी अधिकारी हरि श्रीवास्तव, सफीन और जाहिद खान ईडी की लिस्ट में शामिल कथित आरोपी हैं.