रायबरेली 12 जून। रायबरेली के सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ जातीं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो-तीन लाख वोट से चुनाव हार जाते. रायबरेली सीट से चुनाव जीतने के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रायबरेली की जनता का आभार प्रकट करने के लिए वहां गए. इस दौरान आभार सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. आभार सभा के मंच पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे.
उत्तर प्रदेश की रायबरेली और केरल की वायनाड लोकसभा सीट से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी लगातार आक्रामक होते जा रहे हैं. वे मोदी सरकार को खुलकर चुनौती दे रहे हैं. आज अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में आयोजित आभार सभा में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख लगातार गिर रही है. उन्होंने कहा कि अगर वाराणसी लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ती तो पीएम मोदी की हार निश्चित थी.
राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव नतीजे इस बात का सबूत हैं कि अब यहां से मोदी और योगी, दोनों का प्रभाव लगातार कम हो रहा है. लोग अब बीजेपी की तोड़-फोड़ की राजनीति को अच्छी तरह से समझ चुके हैं. राहुलं गांधी ने कहा कि इस बार कांग्रेस पार्टी रायबरेली, अमेठी सहित पूरे हिंदुस्तान में एक होकर लड़ी. उन्होंने समाजवादी पार्टी के नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ा, तभी ये अच्छे नतीजे आए हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश की आत्मा को समझ में आ गया कि नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी हिंदुस्तान के संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं. हिंदुस्तान की जो नींव है, उसके साथ ये लोग खिलवाड़ कर रहे हैं. इसलिए पूरा देश एकसाथ आ गया. इसके अलावा 2014 में हिंदुस्तान की राजनीति में एक बदलाव आया. हमने पहली बार देखा कि प्रधानमंत्री खुलकर हिंसा और नफरत की राजनीति कर रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा, “बीजेपी केवल अयोध्या में ही नहीं हारी, बल्कि वाराणसी से भी जान बचाकर निकले हैं प्रधानमंत्री जी.”
उन्होंने प्रियंका गांधी को संबोधित करते हुए कहा कि “अगर ये वाराणसी में लड़ जाती तो हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री 2-3 लाख वोटों से वाराणसी का चुनाव हार जाते.”