प्रयागराज 02 सितंबर। बेसिक से लेकर एडेड माध्यमिक एवं महाविद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बनाए गए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में गोरखपुर विश्वविद्यालय में समाजशास्त्र की प्रो. कीर्ति पाण्डेय को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। अभी इस पद पर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल कार्यवाहक के रूप में कार्यरत थे।
इस नए आयोग का अधिनियम 23 अगस्त 2023 को बना था। इस आयोग में सृजित सभी 12 पदों पर सदस्यों का चयन 14 मार्च 2024 को हुआ। उसके अगले ही दिन 15 मार्च को सभी सदस्यों ने लखनऊ में प्रुमख सचिव उच्च शिक्षा के कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया था। लखनऊ में कार्यभार इसलिए ग्रहण किया था, क्योंकि प्रयागराज में बना आयोग का मुख्यालय क्रियाशील नहीं था। इसके बाद कार्य संचालन के लिए एमपी अग्रवाल को 20 मार्च को कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
यह आयोग उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से होने वाली एडेड शिक्षक भर्तियों के साथ कुछ और शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्तियां करेगा। चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग का विलय (मर्जर) नए आयोग में आठ अगस्त 2024 को कर दिया गया। इसके बाद से ये दोनों भर्ती संस्थान समाप्त हो गए।
प्रो. कीर्ति पांडेय ने 1982 में बुद्धा पीजी कॉलेज कुशीनगर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1984 में गोरखपुर विश्वविद्यालय से परास्नातक की उपाधि प्राप्त की. उन्होंने 1992 में प्रो. एसपी नागेंद्र के निर्देशन में अपनी पीएचडी पूरी की. प्रो. पांडेय के पास उच्च शिक्षा में शिक्षक के रूप में 39 वर्षों का अनुभव है.
इन पदों पर रही है नियुक्ति
1985 में समाजशास्त्र विभाग में लेक्चरर के रूप में शुरुआत, 1987 में एसवी डिग्री कॉलेज में एजुकेशन सर्विस कमीशन से नियुक्ति, 1988 में गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थायी लेक्चरर के रूप में नियुक्ति और 2006 से प्रोफेसर के पद पर हैं. जून 2023 से गोरखपुर यूनिवर्सिटी में डीन आर्ट्स के पद पर तैनात थीं. उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग में सदस्यों की नियुक्ति तो हो गई थी, हालांकि अध्यक्ष पद खाली था, जिस कारण भर्ती प्रोसेस शुरू नहीं हो सका था. लेकिन अब अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के साथ आयोग की गतिविधियों में तेजी आएगी.