वाराणसी, 01 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस की ग्रीन आर्मी की महिलाओं के कामकाज को फिर सराहा है। इस सराहना ने पूरी ग्रीन आर्मी में नई ऊर्जा भर दी है। मंगलवार को एक्स पर देउरा गांव में ग्रीन आर्मी के कार्यों पर बने वीडियो को अपलोड करते हुए प्रधानमंत्री ने संस्थापक सदस्य निर्मला देवी को लिखे पुराने पत्र को भी टैग किया।
पत्र में प्रधानमंत्री ने निर्मला देवी द्वारा बनाई गई चप्पलों को कुछ माह पूर्व उन्हें भेंट करने का जिक्र किया है। महिला सशक्तीकरण के लिए ग्रीन आर्मी की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। बनारस में ग्रीन आर्मी की स्थापना होप वेलफेयर ट्रस्ट ने की थी। इससे 2200 से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं। होप वेलफेयर ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष रवि मिश्रा और सचिव दिव्यांशु उपाध्याय ने कहा कि पीएमओ की टीम देउरा आई थी। उसने डॉक्यूमेंट्री तैयार की थी।
पर्यावरण संरक्षण में भी आगे
ग्रीन आर्मी पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम करती हैं। पौधरोपण के साथ ही प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई में विशेष सहयोग करती हैं। इन महिलाओं के बनाए कपड़े के झोले वाराणसी नगर निगम खरीदता है और आम लोगों में निशुल्क वितरित करता है।
हरे रंग की साड़ी पहचान
ग्रीन आर्मी की महिलाएं हरे रंग की साड़ी पहनती हैं। ट्रस्टी श्यामाकांत, संदीप गुप्ता, डॉ. विकास दीक्षित और नीतेश जायसवाल ने बताया कि आर्मी गांवों में नशा, जुआ और दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को दूर करने के लोगों को जागरूक करती है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है।
बेटी के जन्म पर जश्न
गांव के किसी घर में बेटी का जन्म होने पर ग्रीन आर्मी की महिलाएं वहां पहुंचती हैं और ढोल ढपली के साथ सोहर गाती हैं। परिवार के सदस्यों की हौसला अफजाई करती हैं। यदि किसी परिवार में उदासी का माहौल होता है तो वे बेटी की मां के साथ खड़ी रहती हैं।
ये महिलाएं मतदान प्रतिशत बढ़ाने में सहयोग करती हैं। प्रशासन ने उन्हें दस वर्षों के दौरान लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनावों में ऐसे मोहल्लों में भेजा जहां मतदान प्रतिशत कम रहा। इन महिलाओं ने वहां पर लोगों को मतदान का महत्व समझाया।
होप वेलफेयर ट्रस्ट की स्थापना करने वाले रवि मिश्रा ने कहा कि पीएम से सराहना पाना ग्रीन आर्मी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। ग्रीन आर्मी बनारस के साथ मिर्जापुर, सोनभद्र, अयोध्या, फिरोजाबाद, बलिया और जौनपुर में भी कार्यरत है। ग्रीन आर्मी से हजारों महिलाएं जुड़ी हैं जो अपने गांव में नशा मुक्ति, अंधविश्वास, जुआ, दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए कार्य करती हैं। होप ट्रस्ट ने स्लीपर फैक्ट्री, सिलाई सेंटर लगवाई है।