नई दिल्ली 07 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जम्मू में नए रेलवे डिवीजन के उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने तेलंगाना में चारलापल्ली टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन किया और पूर्वी तटीय रेलवे के रायगडा रेलवे डिवीजन भवन की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने रेलवे से जुड़ी कई अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। पिछले दशक में रेलवे में ऐतिहासिक परिवर्तन और इसके इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी बदलाव हुए हैं। अब हाईस्पीड ट्रेन की मांग बढ़ रही है और वह समय दूर नहीं है जब भारत में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। उन्होंने कहा कि हाल ही में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन के संचालन का परीक्षण किया गया है।
फ्रेट कॉरिडोर से रफ्तार बढ़ेगी
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (समर्पित माल ढुलाई गलियारे) जैसे आधुनिक रेल नेटवर्क पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कॉरिडोर नियमित पटरियों पर दबाव कम करेंगे और हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए अधिक अवसर पैदा होंगे।
मेक इन इंडिया, रोजगार को बढ़ावा
मोदी ने कहा, मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देने के साथ रेलवे में बदलाव हो रहा है। मेट्रो और रेलवे के लिए आधुनिक कोच विकसित हो रहे हैं। स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। वहां सोलर पैनल और एक स्टेशन, एक उत्पाद स्टॉल लगाए जा रहे हैं। ये सभी पहल रेलवे में लाखों नए रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर के समग्र विकास को बल मिलेगा
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू रेलवे डिवीजन के निर्माण से 742.1 किलोमीटर लंबे पठानकोट, जम्मू, उधमपुर, श्रीनगर, बारामूला, भोगपुर, सिरवाल और बटाला-पठानकोट और पठानकोट से जोगिंदर नगर खंडों को महत्वपूर्ण लाभ होगा। इससे लोगों की लंबे समय से लंबित आकांक्षा पूरी होगी और भारत के अन्य हिस्सों से जम्मू-कश्मीर के संपर्क में सुधार होगा। रोजगार के अवसर पैदा होंगे, बुनियादी ढांचे का विकास होगा, पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
अब 74 हवाई अड्डे, 21 शहरों में मेट्रो
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत वर्तमान में एक्सप्रेसवे, जलमार्ग और मेट्रो नेटवर्क सहित बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे के विस्तार से गुजर रहा है। हवाई अड्डों की संख्या 2014 में 74 थी, जो अब बढ़कर 150 से अधिक हो गई है। इसी तरह मेट्रो सेवाएं देश भर के पांच शहरों से बढ़कर 21 शहरों तक पहुंच गई हैं।