नई दिल्ली 28 मई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में 68 विभूतियों को पद्म सम्मान से सम्मानित किया। इनमें बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण सम्मान उनके बेटे डॉ. अंशुमान सिन्हा ने ग्रहण किया।
राष्ट्रपति ने देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण देश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर को पद्म विभूषण से सम्मानित किया। कला के क्षेत्र में योगदान के लिए कुमुदिनी रजनीकांत लखिया को भी मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनके पोते ने ये सम्मान ग्रहण किया।
साध्वी ऋतंभरा को पद्म भूषण : सामाजिक कार्य में बेहतर योगदान के लिए साध्वी ऋतंभरा जबकि डॉ. शोभना चंद्रकुमार को कला और लोक नृत्य के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकर परिषद के चेयरमैन और अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय को भी मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
पद्मश्री से सम्मानित होने वालों में एम्स नई दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भाटला, उत्तराखंड की सामाजिक कार्यकर्ता राधा भट्ट, पटना में जन्में और भारतीय नौसेना के पूर्व कमांडर और यात्रा लेखक ह्यूग गैंट्जर जबकि उनकी पत्नी कॉलेन गैंट्जर को (मरणोपरांत) संयुक्त रूप से सम्मान दिया गया। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले आचार्य श्री किशोर कुणाल को (मरणोपरांत) गोरखपुर के हिंदी कवि रामदर्श मिश्रा, झारखंड के नागपुरी लोक गायक महाबीर नायक शामिल हैं। ब्राजील के रहने वाले आचार्य जोनस मजेट्ठी को संस्कृत, वेदों और वेद संस्कृति का प्रचार प्रसार करने के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
पद्म विभूषण (7 पुरस्कार) 2025 विजेता
क्रमांक पुरस्कार विजेता का नाम क्षेत्र राज्य/देश
1 दुव्वुर नागेश्वर रेड्डी चिकित्सा तेलंगाना
2 न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) श्री जगदीश सिंह खेहर सार्वजनिक मामले चंडीगढ़
3 श्रीमती कुमुदिनी राजनकांत लखिया कला गुजरात
4 लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम कला कर्नाटक
5 एम. टी. वासुदेवन नायर (मरणोपरांत) साहित्य और शिक्षा केरल
6 ओसामु सुज़ुकी (मरणोपरांत) व्यापार और उद्योग जापान
7 शारदा सिन्हा (मरणोपरांत) कला (बिहार कोकिला) बिहार