Date: 10/02/2025, Time:

प्रयागराज महाकुंभ: पौष पूर्णिमा पर स्नान के लिए उमड़ी भीड़, 144 साल बाद बने दुर्लभ संयोग में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

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प्रयागराज 13 जनवरी। यूपी की संगम नगरी में महाकुंभ मेले का दिव्य और भव्य आगाज हो गया है। पौष पूर्णिमा के साथ ही 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ की शुरुआत हो गई है। इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है। महाकुंभ के पहले दिन से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट रही है। हजारों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। अभी तक 60 लाख श्रद्धालुओं ने संगम तट पर डुबकी लगा ली है। यह गंगा, यमुना और श्रहस्यमयश् सरस्वती नदियों का पवित्र संगम है। 144 साल में पहली बार महाकुंभ में दुर्लभ संयोग बना है. मेले में जबरदस्त भीड़ है. सुबह 9.30 बजे तक 60 लाख भक्तों ने स्नान कर लिया. शाम तक करीब 1 करोड़ भक्तों के स्नान करने का अनुमान है.

मेले में 7 स्तरीय कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था रखी गई है. रविवार की रात 8 बजे से ही अगले 4 दिनों के लिए महाकुंभ क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. महाकुंभ में सुरक्षा व्यस्था भी चाक-चौबंद कर दी गई है. छैळ, ।ज्ै जैसी सुरक्षा एजेंसियों ने अपना मोर्चा संभाल लिया है. इस अमृतमयी महाकुंभ में देश-दुनिया से 45 करोड़ श्रद्धालुओं, संतों-भक्तों, कल्पवासियों और अतिथियों के डुबकी लगाने का अनुमान है।

वहीं सोमवार की तड़के से ही बड़ी संख्या में साधु-संतों के साथ ही पुरुष, महिलाएं, बुजुर्ग पहुंचने लगे. वहीं पीएम मोदी के अलावा सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी महाकुंभ की शुरुआत पर लोगों को शुभकामनाएं दीं.

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा है कि पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है. हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं. भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है.

सीएम योगी ने कहा कि महाकुंभ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक है. यह आयोजन अनेकता में एकता की भावना को सजीव करता है. मां गंगा की पवित्र धारा में स्नान और साधना करने आए सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हों. उन्होंने आगे कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि सनातन संस्कृति और परंपराओं के वैश्विक गौरव का प्रतीक भी है. महाकुम्भ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं. आइए, महाकुंभ 2025 में सहभागी बनकर सनातन संस्कृति की इस गौरवशाली परंपरा का हिस्सा बनें. मां गंगा की कृपा से आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से परिपूर्ण हो.

खराब मौसम और बूंदाबांदी के बीच प्रयागराज में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ रविवार की रात से ही पहुंचनी शुरू हो गई थी. देश के कोने- कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम की रेती पर पहुंचे हैं. हर-हर महादेव, हर-हर गंगे की गगनभेदी जयकारे गूंज रहे हैं. पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से पूर्व सभी प्रमुख साधु-संत अखाड़ों का संगम क्षेत्र में पहले ही हो चुका है.

महाकुंभ में सनातन के ध्वज वाहक 13 अखाड़ों की छावनी क्षेत्र में मौजूदगी दर्ज हो चुकी है. 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान पर सभी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान करेंगे. क्प्ळ वैभव कृष्ण के अनुसार स्नान करने वालों का अनुमानित आंकड़ा 50 लाख के करीब है. व्यवस्था ठीक चल रही है. भीड़ नियंत्रण में है.

13 जनवरी शुभ मुहूर्त
इस दिन किसी भी समय स्नान करना शुभ माना जाता है. इसके अलावा कई अन्य शुभ मुहूर्त भी हैं. इनमें भी स्नान किया जा सकता है. ब्रह्म मुहूर्त में सुबह 5.30 से 6.24 तक, अमृत चौघड़िया में सुबह 7.15 से 8.34 बजे तक, शुभ चौघड़िया में सुबह 9.52 से 11.11 बजे तक, लाभ चौघड़िया में दोपहर 3.7 से शाम 6.25 बजे तक.

14 जनवरी स्नान का शुभ मुहूर्त
इस साल मकर संक्रांति 14 जनवरी को है. पहला शाही स्नान भी इसी दिन है. खास बात यह है कि इस बार कोई भद्रा नहीं है, यह सुबह से शाम तक शुभ रहेगा. भारतीय ज्योतिष अनुसंधान परिषद की प्रयागराज चौप्टर की अध्यक्ष डॉ. गीता मिश्रा त्रिपाठी ने बताया कि इस बार महापुण्यकाल की अवधि सुबह 9.03 बजे से 10.50 बजे तक रहेगी, जो 1 घंटा 47 मिनट होगी.

शाही स्नान का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5.27 से शुरू होगा. सुबह 5.27 बजे से 6.21 बजे तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. विजय मुहूर्त दोपहर 2.15 बजे से 2.57 बजे तक होगा. गोधूलि मुहूर्त शाम 5.42 बजे से 6.09 बजे तक रहेगी. इसी कड़ी में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान हो रहा है. पूर्णिमा तिथि की शुरुआत सुबह 5.03 बजे से होगी.

प्रमुख स्नान पर्व तिथि
13 जनवरी 2025-पौष पूर्णिमा, 14 जनवरी मकर संक्रांति (अमृत स्नान), 29 जनवरी मौनी अमावस्या (अमृत स्नान), 03 फरवरी बसंत पंचमी (अमृत स्नान), 12 फरवरी माघी पूर्णिमा (अमृत स्नान), 26 फरवरी महा शिवरात्रि.

पहली बार 10 लाख वर्ग फीट में दीवारें पेंट की गईं
यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में दर्ज महाकुंभ को केंद्र और प्रदेश की सरकारें विश्व समुदाय के समक्ष अद्भुत रूप में प्रस्तुत करना चाह रही हैं। मेला क्षेत्र में रोजाना 800 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पहली बार 10 लाख वर्ग फीट में दीवारें पेंट की गईं हैं। जानकारी के मुताबिक, कुंभनगरी में सबसे ज्यादा फोकस सेक्टर-18 पर रखा गया है। यहां वीआईपी गेट भी बनाया गया है। इस पॉइंट पर 72 देशों के ध्वज लगे हुए हैं, जिनके नुमाइंदे भी मेले में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद उनकी आगवानी करने की तैयारी कर रखी है।

हर सेक्टर में पुलिस थाने बनाए
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के मकसद से कुंभनगरी के हर सेक्टर में पुलिस थाने बनाए गए हैं। साथ ही, फायर ब्रिगेड की टीमें भी तैनात की गई हैं। कुंभनगरी में कुल 56 अस्थायी थाने बने हैं। 37 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिन्हें हर तरह की आपात स्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग दी गई है। कुंभ मेले में भारी भीड़ के बीच किसी के खोने जैसी बातें आम हैं, लेकिन इसके लिए भी खास तैयारी की गई है। इस बार श्रद्धालुओं की मदद के लिए 15 लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर बनाए गए हैं।

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