Date: 22/12/2024, Time:

NTA में प्रदीप सिंह खरोला बने नए महानिदेशक

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नई दिल्ली 24 जून। NEET और यूजीसी-नेट में कथित अनियमितताओं को लेकर बड़े विवाद के बीच सरकार ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के प्रमुख को बदल दिया है. एनटीए के महानिदेशक रहे सुबोध कुमार सिंह की जगह सेवानिवृत्त भारतीय प्रशासन सेवा (आईएएस) अधिकारी प्रदीप सिंह खरोला ने ले ली है.

नीट पेपर लीक को लेकर विपक्ष की ओर से लगातार सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे थे. वहीं, पूरे देश में छात्रों का प्रदर्शन भी जारी है. इसको देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला किया है और NTA के महानिदेशक को पद से हटा दिया है.

प्रदीप सिंह खरोला भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष और एमडी हैं और उन्हें “नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक या अगले आदेश तक” एनटीए के महानिदेशक के रूप में अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

रिटायर्ड IAS प्रदीप सिंह उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले हैं। उनका जन्म 15 सिंतबर 1961 को हुआ था। वे 1985 बैच के कर्नाटक कैडर के आईएएस हैं। उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दी है। उन्होंने एयर इंडिया के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (सीएमडी) के तौर पर भी कार्य किया है। साथ ही बेंगलुरु मेट्रो के प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया है। प्रदीप सिंह 1997 में बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के गठन के समय इसके प्रबंध निदेशक थे।

वर्ष 2015 में प्रदीप सिंह खरोला को कर्नाटक सरकार के पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था। खरोला ने साल 2013 में कर्नाटक अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंस कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष का पद संभाला था। इसके अलावा भी कई अहम पदों पर अपनी अहम भूमिका निभा चुके हैं।

बताते चले कि NTA का गठन इसलिए किया गया था, ताकि प्रवेश परीक्षाओं को दोषमुक्त किया जा सके, लेकिन NTA का मॉडल बार-बार फेल हो रहा है. 21 जून (शुक्रवार) की रात CSIR-UGC-NET की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया. ये परीक्षा 25 से 27 जून के बीच होनी थी. परीक्षा आगे बढ़ाने की वजह संसाधनों की कमी बताई गई है.
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, असम, अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर… ये देश के वो 15 राज्य हैं जहां पिछले 5 साल में 41 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हुए. सभी बड़े राज्यों के करोड़ों छात्र इससे पीड़ित हैं. NEET की परीक्षा में गड़बड़ी के बाद हो रहे इस विरोध ने तो बस इस आक्रोश को आवाज दी है.

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