नई दिल्ली 25 दिसंबर। क्रिसमस और न्यू ईयर से पहले दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए बड़ी राहत मिली है। प्रदूषण के कम होने की संभावनाओं और बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए सीएक्यूएम ने GRAP-4 की बंदिशों को हटा लिया है। सीएक्यूएम के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 12 दिसंबर को GRAP में बदलाव किए गए थे। यह रिवाइज GRAP 16 दिसंबर को लागू किया गया था। उस दिन दोपहर के समय एक्यूआई 350 के ऊपर पहुंच गया था। वहीं उसी दिन रात 10 बजे एक्यूआई 401 पर पहुंचा और इसके बाद GRAP-4 भी लागू किया गया था।
मंगलवार को सीएक्यूएम की सब-कमिटी की मीटिंग हुई। इसमें बताया गया कि एक्यूआई का स्तर सोमवार रात से ही कम हो रहा है। मंगलवार शाम 4 बजे एक्यूआई 369 था। आईएमडी ने बताया कि आने वाले दिनों में हवाएं तेज रहेंगी। प्रदूषण स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा। जिसके बाद सीएक्यूएम ने GRAP-4 को हटाने का फैसला लिया। GRAP-4 प्रदूषण की हेल्थ इमरजेंसी में लगाया जाता है जब एक्यूआई 450 या इससे अधिक हो। सभी एजेंसियों को सख्त हिदायत दी गई हैं कि GRAP-1, 2 और 3 के नियमों का सख्ती से पालन करें।
दिल्ली-एनसीआर से ग्रैप-4 के हटने का मतलब है कि गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले ट्रकों के दिल्ली में प्रवेश पर से प्रतिबंध हटा लिए जाएंगे. इसके साथ ही नेशनल हाइवे, फ्लाईओवर, बिजली लाइनों और पाइपलाइनों जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं सहित सभी निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध भी हट जाएंगे. अब गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले डीजल ट्रकों भी दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे.
‘ग्रैप’ का पहला चरण एक्यूआई के 201 से 300 के बीच (खराब श्रेणी) होने पर, दूसरा चरण 301 से 400 के बीच (बहुत खराब) होने पर, तीसरा चरण 401 से 450 के बीच (गंभीर) होने पर और चौथा चरण 450 से अधिक (बहुत गंभीर) होने पर लागू होता है.
दिल्ली के प्रदूषण का मुख्य स्रोत वाहनों से निकलने वाला उत्सर्जन है, जिसका अति सूक्ष्म कण पीएम 2.5 में 18.8 प्रतिशत का योगदान है. फिलहाल, दिल्ली के प्रदूषण में पराली जलाने का कोई योगदान नहीं है, क्योंकि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने का मौसम खत्म हो चुका है.