Date: 08/09/2024, Time:

पीएम मोदी ने शिंकुन ला सुरंग परियोजना का किया उद्घाटन

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लद्दाख 26 जुलाई। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के अवसर पर लद्दाख पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने सुबह द्रास स्थित कारगिल युद्ध स्मारक पहुंचकर कारगिल युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें सलाम किया। इसके बाद उन्होंने शिंकुन ला सुरंग परियोजना का उद्घाटन किया।
जानकारी के अनुसार पी.एम. मोदी ने वर्चुअली शिंकुन ला सुरंग परियोजना के लिए पहला विस्फोट किया। इसके बाद अब सुरंग बनाने का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस समारोह दौरान पी.एम. मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित तीनों सेना प्रमुख शामिल थे।

लद्दाख के द्रास में कारगिल विजय दिवस श्रद्धांजलि समारोह के दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “आज लद्दाख की यह महान भूमि कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ की गवाह बन रही है. कारगिल विजय दिवस हमें बताता है कि राष्ट्र के लिए दिए गए बलिदान अमर हैं.

पीएम मोदी ने कहा इस पांच अगस्त को आर्टिकल 370 ख़तम हुए 5 साल पुरे होंगे. आज कश्मीर बड़े सपनों की बात कर रहा है. जम्मू कश्मीर की पहचान G 20 की अहम् बैठक करने के लिए हो रही है. जम्मू कश्मीर लदाख में टूरिज्म सेक्टर ग्रो कर रहा है. दशकों बाद जम्मू कश्मीर में सिनेमा खुला है और ताजिया निकला है. आज लदाख में भी विकास की नई धारा बनी है. शिंघु ला टनल लदाख ले विकास और बेहतर भविष्य का नया रास्ता खोलेगा. कठोर मौसम की वजह से लदाख के लोगों को कितनी मुश्किलें आती है. सभी लदाख के भाई बहनों को बधाई.

पीएम मोदी ने कहा, ‘पाकिस्तान ने जब भी कोई दुस्साहस किया, उसे हार का सामना करना पड़ा यह देश हमेशा हमारे वीर जवानों का ऋणी रहेगा. यह देश उनका आभारी है. यह मेरा सौभाग्य है कि कारगिल युद्ध के दौरान मैं एक आम देशवासी के रूप में हमारे जवानों के बीच था.”

पीएम मोदी ने कहा, ‘वह (पाकिस्तान) आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. भारत उस समय शांति स्थापित करने की कोशिश कर रहा था, बदले में पाकिस्तान ने एक बार फिर अपना अविश्वसनीय चेहरा दिखाया. हालांकि, झूठ और आतंक की सच्चाई ने हार मान ली. पाकिस्तान ने जब भी कुछ नापाक कोशिश की, उसे पहले भी मुंहतोड़ जवाब मिला है. हालांकि, पाकिस्तान ने खुद से कोई सबक नहीं लिया है. वह आतंकवाद और छद्म युद्ध का सहारा लेकर खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रहा है.’

पीएम मोदी ने कहा, “चाहे लद्दाख हो या जम्मू-कश्मीर, भारत विकास की राह में आने वाली हर चुनौती को परास्त करेगा. कुछ ही दिनों में, 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को खत्म हुए 5 साल हो जाएंगे. जम्मू-कश्मीर नए भविष्य की बात कर रहा है, बड़े सपनों की बात कर रहा है… बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन क्षेत्र भी तेजी से बढ़ रहा है. दशकों बाद कश्मीर में कोई सिनेमा हॉल खुला है. साढ़े 3 दशक बाद पहली बार श्रीनगर में ताजिया जुलूस निकाला गया है. धरती का स्वर्ग शांति और सद्भाव की ओर तेजी से बढ़ रहा है.”

बता दें कि शिंकुन ला सुरंग 4.1 किमी लंबी ट्विन-ट्यूब सुरंग है। इसकी ऊंचाई लगभग 15,800 फीट है। इस सुरंग में हर 500 मीटर की दूरी पर एक क्रॉस रोड बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि यह सुरंग दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग होगी। इसके निर्माण से न केवल देश के सशस्त्र बलों और उपकरणों की त्वरित आवाजाही सुनिश्चित करेगी, बल्कि लद्दाख में आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा देगी। इसके अलावा यह सुरंग फायर ब्रिगेड, कम्युनिकेशन सिस्टम आदि सुविधाओं से लैस होगी। शिंकुन ला सुरंग लद्दाख को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करके हमारे सशस्त्र बलों और उपकरणों की तेज और कुशल आवाजाही में बहुत अलग भूमिका निभाएगी. शिंकुन ला सुरंग हिमाचल प्रदेश में लाहौल घाटी को लद्दाख में जांस्कर घाटी से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करेगी. युद्ध की स्थिति में यह सुरंग न केवल आसानी से आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण होगी बल्कि युद्ध के समय हथियारों मिसाइलों और ईंधन के भूमिगत भंडारण के लिए भी उपयोग में आ सकती है. ये लद्दाख में व्यापार, पर्यटन और विकास को बढ़ावा देगी और नए अवसर लाएगी और लोगों की आजीविका में भी सुधार करेगी.

बताते चले कि 26 जुलाई को हर साल मनाया जाने वाला कारगिल दिवस 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में मनाया जाता है. इस साल इसकी 25वीं वर्षगांठ है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस अवसर पर लद्दाख के द्रास में कारगिल युद्ध स्मारक पर जाकर शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि दी.

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