अबुजा 18 नवंबर। नाइजीरिया नाइजीरिया के राष्ट्रपति अहमद टीनुबू ने अबुजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। उन्होंने अबुजा में पीएम मोदी की आगवानी की। पीएम मोदी ने नाइजीरिया के दूसरे सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित होने पर राष्ट्रपति अहमद टीनबू का शुक्रिया अदा किया।
पीएम मोदी ने पुरस्कार ग्रहण करने के बाद अपने बयान में कहा, “नाइजीरिया द्वारा ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ पुरस्कार से सम्मानित किए जाने पर मुझे बहुत गर्व है। मैं इसे बहुत विनम्रता से स्वीकार करता हूं और भारत के लोगों को समर्पित करता हूं।” यह किसी देश द्वारा पीएम मोदी को दिया गया 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार है। मोदी से पहले महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी गणमान्य व्यक्ति थीं, जिन्हें 1969 में ‘ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर’ से सम्मानित किया गया था।
मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण के तहत नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू के निमंत्रण पर नाइजीरिया में हैं। यह यात्रा 17 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा है। प्रधानमंत्री के रविवार को नाइजीरिया पहुंचने पर मंत्री न्येसोम एजेनवो वाइक ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को अबुजा शहर की ‘चाबी’ भेंट की।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”यह ‘चाबी’ प्रधानमंत्री पर नाइजीरिया के लोगों के विश्वास और उनके प्रति सम्मान को प्रदर्शित करती है।” अक्टूबर 2007 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नाइजीरिया यात्रा के दौरान भारत-नाइजीरिया संबंधों को “रणनीतिक साझेदारी” का दर्जा दिया गया था। नाइजीरिया छह दशकों से अधिक समय से भारत का करीबी साझेदार रहा है। भारत ने 1960 में नाइजीरिया के स्वतंत्र होने से दो साल पहले नवंबर 1958 में लागोस में अपना राजनयिक भवन स्थापित किया था।
ब्रिटेन की महारानी को मिल चुका है ये सम्मान
अब तक ब्रिटेन की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ एकमात्र विदेशी हस्ती रही हैं जिन्हें 1969 में जीसीओएन से सम्मानित किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि यह किसी देश द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को दिया जाने वाला 17वां अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार होगा।