कानपुर 19 जनवरी। आईआईटी में शोध छात्रा ने अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 29 दिसंबर 2023 को छात्रा ने यहां केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी करने के लिए ज्वाइन किया था। पुलिस ने झारखंड के जिला दुमका निवासी परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इससे पहले 19 दिसंबर 2023 को आईआईटी में शोधकर्ता डॉ. पल्लवी चिल्का और 11 जनवरी 2024 को एमटेक छात्र विकास मीणा ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।
दुमका निवासी नरेंद्र जायसवाल की इकलौती बेटी प्रियंका जायसवाल (29) हॉस्टल के रूम ई-1-312 में रहती थी। चार जनवरी से उसकी क्लॉस शुरू हुई थी। प्रियंका ने घरवालों को बुधवार शाम सवा सात बजे कॉल कर कहा था कि गुरुवार सुबह साढ़े सात बजे उसे जगा दें। गुरुवार सुबह परिवार वालों ने उसे कई बार फोन मिलाया लेकिन न रिसीव नहीं हुआ।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि आत्महत्या करने वाली छात्रा का नाम प्रियंका जायसवाल था. प्रियंका झारखंड के दुमका की रहने वाली थी. उसने 10 दिन पहले आईआईटी में एडमिशन लिया था. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की सुबह के समय काफी देर तक प्रियंका के कमरे में किसी तरह की हलचल नहीं हुई. प्रियंका सुबह से अपने पिता नरेंद्र जायसवाल का फोन भी रिसीव नहीं कर रही थी, इस पर उसके पिता को चिंता हुई तो उन्होंने हॉस्टल के वॉर्डन से संपर्क किया. वॉर्डन जब प्रियंका के कमरे के बाहर पहुंचा तो कमरे के अंदर से किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आयी.
हॉस्टल वॉर्डन ने छात्रा के कमरे में झांककर देखा तो वह घबरा गया. उसने देखा कि प्रियंका का शव फांसी पर लटका हुआ है. यह देख उसने इसकी जानकारी आईआईटी के अधिकारियों को दी. उन्होंने कल्याणपुर पुलिस को छात्रा द्वारा की गई आत्महत्या की जानकारी दी. सूचना पाकर कल्याणपुर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो प्रियंका का कमरा अंदर से बंद था. इसके बाद आईआईटी के अधिकारियों की मौजूदगी में कमरे का गेट खोलकर पुलिस अंदर पहुंची.
प्रियंका की मौत के बाद आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक अफसरों ने कहा कि एक बार फिर संस्थान ने एक मेधावी छात्रा को खो दिया। आईआईटी कानपुर के निदेशक एस गणेश ने कहा कि वह पुलिस की जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। वह प्रियंका के परिजनों से भी बात करेंगे।