शामली 14 मई। हरियाणा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पानीपत के सेक्टर-13/17 क्षेत्र से एक पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। बुधवार सुबह पानीपत सीआईए आरोपी को साथ लेकर कैराना पहुंची और मनी ट्रांसफर के मामले में जन सेवा केंद्र संचालक से पूछताछ की।
गिरफ्तारी 13 मई 2025 को की गई। आरोपी की पहचान नौमान इलाही (28) के रूप में हुई है, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कैराना कस्बे का निवासी है।
पुलिस के मुताबिक, नौमान पाकिस्तान में मौजूद एक संदिग्ध आतंकी इकबाल के संपर्क में था और वह वॉट्सऐप व अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से भारत की संवेदनशील जानकारियाँ पाकिस्तान भेज रहा था।
हरियाणा के एडीजी (क्राइम) कुलदीप यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया, आरोपी से पूछताछ में सामने आया है कि वह एक लंबे समय से पाकिस्तान के एक हैंडलर के संपर्क में था। उसके पास से जब्त मोबाइल फोन और डिजिटल सामग्री की फॉरेंसिक जांच कराई जा रही है। इसके अलावा यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह किन सरकारी संस्थानों और ठिकानों की जानकारी साझा कर चुका है।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं। प्रारंभिक जांच में कई सुराग हाथ लगे हैं और आशंका है कि उसका संबंध एक बड़े नेटवर्क से हो सकता है।
जांच एजेंसियां अब इस मामले को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े पहलू के तहत गंभीरता से ले रही हैं। आरोपी के पिछले संपर्कों और गतिविधियों की कड़ी निगरानी की जा रही है।
नगर के मोहल्ला बेगमपुरा निवासी नोमान इलाही कुछ सालों से पानीपत में अपनी बहन के यहां रह रहा था तथा एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। नोमान इलाही को पानीपत की सेक्टर 29 पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। वहीं 1995 देश छोड़कर पाकिस्तान भागे आईएसआई एजेंट इकबाल काना से भी संबंध बताये गए।
बुधवार सुबह करीब 6:00 बजे पानीपत की सीआईए पुलिस आरोपी को साथ लेकर कैराना पहुंची, जहां उन्होंने मनी ट्रांसफर के मामले में एक जन सेवा केंद्र संचालक से गहनता से पूछताछ की। सीआईए ने जन सेवा केंद्र संचालक को कहा कि मनी ट्रांसफर का सारा रिकॉर्ड लेकर पानीपत आ जाओ। इसके बाद टीम वापस पानीपत लौट गई। पानीपत डीएसपी सतीश का कहना है कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
माता-पिता की हो चुकी मौत पुलिस के अनुसार, आरोपी नोमान के पिता अहसान इलाही, माता कौशल बानो की करीब 5 साल पहले बहुत हो चुकी है । उसकी बहन की शादी पानीपत में हुई थी इसलिए वह करीब चार माह से पानीपत में रह रहा था। आतंकियों के संपर्क में कैसे आया पुलिस की जांच में जुटी हुई है।