गुरुग्राम 24 अक्टूबर। शहर में कई स्थानों पर मैनहोल के ढक्कन टूटे हुए हैं। इनमें दुर्घटनाओं की आशंका रहती है। नगर निगम ने पूर्व मैनहोल के ढक्कन तो बदलवा दिए, लेकिन जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की। इसी वजह से इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं होता। जगह-जगह मैनहोल के ढक्कन टूटे मिल जाएंगे। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से समाधान शिविर आयोजित कर समस्याओं का समाधान न करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के बाद बुधवार को नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने समाधान शिविर में काम में कोताही बरतने वाले चार अधिकारियों का 15 दिन का वेतन काटने का आदेश दिया है। शिकायत राजेंद्रा पार्क क्षेत्र में एक सीवर का ढक्कन टूटने से संबंधित थी। वेतन कटौती के साथ ही निगमायुक्त ने तुरंत ढक्कन बदलने को भी कहा है।
पिछले दो दिनों से नगर निगम के चारों जोन में सुबह नौ बजे से 11 बजे तक नागरिकों की शिकायतें सुनी जा रही हैं। ज्यादातर शिकायतें सीवर ओवरफ्लो, ढक्कन टूटने, खस्ताहाल सड़क और कूड़ा उठान से संबंधित आ रही हैं। बुधवार को निगमायुक्त जोन-एक क्षेत्र में के समाधान शिविर में लोगों की शिकायतें सुनने के लिए पहुंचे। इसमें राजेंद्रा पार्क की एकता वाली गली से कुछ शिकायतकर्ता पहुंचे, जिन्होंने बताया कि उनकी गली में सीवर के ढक्कन टूटे हुए हैं। बार-बार संबंधित अधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। निगमायुक्त ने मौके पर ही कनिष्ठ अभियंता को बुलाकर उससे जवाब-तलब किया, जिस पर कनिष्ठ अभियंता ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इस पर निगमायुक्त ने तुरंत ही टीम भेजकर सीवर के टूटे ढक्कनों को बदलने के निर्देश दिए। साथ ही कार्य में कोताही बरतने पर कार्यकारी अभियंता संजीव कुमार, सहायक अभियंता दलीप सिंह यादव, कनिष्ठ अभियंता सतेंद्र व जसविंद्र का 15-15 दिन का वेतन काटने के आदेश दिए।