मुजफ्फरनगर, 29 जनवरी। कोर्ट से भगोड़ा घोषित माफिया सुशील मूंछ पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। दूसरी ओर, मूंछ के बेटे को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद एक शूटर के साथ गिरफ्तार कर लिया।
नई मंडी थाने पर माफिया सुशील मूंछ पर वर्ष 1997 में गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। न्यायालय में उपस्थित न होने के कारण कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित करार दिया था। आठ माह पूर्व नई मंडी कोतवाली पुलिस ने हत्या मामले में पेश न होने पर उसके मथेडी गांव पहुंचकर करोड़ों की संपत्ति कुर्क की थी।
अक्षयजीत और उसके साथी को लगी गोली सुशील मूंछ के बेटे अक्षयजीत उर्फ मोनी और शार्प शूटर से पुलिस की मन्सूरपुर क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई। पुलिस की गोली पैर में लगने से दोनों घायल हो गए। सोमवार को माफिया के बेटे ने साथी के साथ मिलकर व्हाट्सएप कॉल के जरिये डेवलपमेंट प्रोजेक्ट कंपनी के मैनेजर से दो करोड़ की रंगदारी मांगी थी।
बता दें कि एडीजी मेरठ जोन ध्रुव कान्त ठाकुर के आदेश पर ये इनाम घोषित किया गया। सुशील उर्फ मूंछ लंबे समय से फरार चल रहा था और अदालत में लगातार गैरहाजिर रहने के कारण उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है।
दरअसल, नई मंडी कोतवाली में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मुकदमा अपराध संख्या 126/97 में धारा 2/3 में सुशील उर्फ मूंछ की लंबे समय से तलाश की जा रही थी। अब पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चला रही है।
सुशील उर्फ मूंछ का आपराधिक इतिहास चार दशक पुराना है। उसके खिलाफ पहला मामला 1983 में सिविल लाइन थाने में हत्या का दर्ज हुआ था। इसके बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा और धीरे-धीरे एक संगठित गैंग का सरगना बन गया। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, उसके खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी, गैंगस्टर एक्ट समेत कुल 51 मुकदमे दर्ज हैं।
सुशील उर्फ मूंछ गैंग आईएस-199 का लीडर है, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, फिरौती और अवैध वसूली जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देता रहा है। उसका गिरोह कई जिलों में सक्रिय है और पुलिस लंबे समय से इस गैंग पर शिकंजा कसने की कोशिश कर रही है।